Himachalnow / शिमला
एचआईवी/एड्स के बारे में जागरूकता फैलाने का उद्देश्य
विश्व एड्स दिवस के अवसर पर, मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने शिमला में राज्य स्तरीय समारोह को संबोधित किया। इस दिन का मुख्य उद्देश्य एचआईवी/एड्स के बारे में जागरूकता फैलाना और इस गंभीर बीमारी से संबंधित सभी मिथकों को खत्म करने के लिए लोगों को प्रेरित करना है।
हिमाचल प्रदेश सरकार का स्वास्थ्य क्षेत्र में सुधार का प्रयास
मुख्यमंत्री ने कहा कि हिमाचल प्रदेश सरकार ने न केवल एचआईवी की रोकथाम के लिए कदम उठाए हैं, बल्कि राज्य के स्वास्थ्य क्षेत्र में समग्र सुधार करने का भी प्रयास किया है। उन्होंने बताया कि सरकार ने स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर बनाने के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं, जैसे डॉक्टरों और नर्सों की उपलब्धता और लेटेस्ट मेडिकल टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल।
शिक्षा और स्वास्थ्य में बदलाव: मुख्यमंत्री का विजन
मुख्यमंत्री ने कहा कि उनके शासन के दो वर्षों में शिक्षा और स्वास्थ्य क्षेत्र में महत्वपूर्ण बदलाव किए गए हैं। उन्होंने इंग्लिश मीडियम शिक्षा की शुरुआत, डे बोर्डिंग स्कूल बनाने और हॉस्पिटल्स में सुधार की योजनाओं का जिक्र किया।
स्वास्थ्य सुविधाओं में सुधार की दिशा में कदम
मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि आईजीएमसी, टांडा, हमीरपुर, और नेरचौक जैसे मेडिकल कॉलेजों में नई तकनीकों का समावेश किया जा रहा है, जिनमें एमआरआई मशीन और रोबोटिक सर्जरी जैसी अत्याधुनिक सुविधाएं शामिल हैं। उन्होंने बताया कि डिपार्टमेंट ऑफ इमरजेंसी के सुधार के तहत बेहतर चिकित्सा सेवाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं।
युवा पीढ़ी से अपील: एचआईवी जागरूकता में भागीदारी
मुख्यमंत्री ने छात्रों से अपील की कि वे अपने परिवारों और दोस्तों को एचआईवी के बारे में जागरूक करें और एड्स संबंधी जानकारी साझा करें। उन्होंने कहा कि राज्य में एचआईवी जांच, दवाएं और जागरूकता कार्यक्रम सभी लक्षित व्यक्तियों तक पहुंचाए जा रहे हैं।
एचआईवी की रोकथाम में नशे का प्रभाव
मुख्यमंत्री ने नशे के सेवन को एचआईवी के प्रसार के एक कारण के रूप में पहचाना। उन्होंने बताया कि सरकार ने नशे के व्यापारियों और नशा करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई शुरू की है। उन्होंने युवाओं से अपील की कि वे नशे से बचें और एचआईवी जांच में भाग लें।
जागरूकता अभियान: मिलकर एचआईवी को हराने की ओर
मुख्यमंत्री ने खुशी जताई कि इस साल विश्व एड्स दिवस के मौके पर जागरूकता अभियान में विभिन्न विभागों, संस्थाओं और शिक्षण संस्थानों ने बढ़-चढ़कर भाग लिया है। उन्होंने रेड रिवर क्लब से जुड़े सभी युवाओं से अपील की कि वे एचआईवी जागरूकता बढ़ाने और जांच अभियान में भाग लें, ताकि एचआईवी फ्री हिमाचल का सपना साकार हो सके।