Himachalnow / शिमला
हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला में 2024 का हिम ईरा सरस मेला फूड कार्निवल शुरू हो चुका है। इस मेले का आयोजन शिमला के ऐतिहासिक रिज मैदान पर किया गया है, जहां विभिन्न स्वयं सहायता समूहों ने अपने स्टॉल लगाए हैं। मेले का उद्घाटन ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री अनिरुद्ध सिंह द्वारा किया गया।
मेला का उद्देश्य और आयोजन
मुख्य उद्देश्य:
हिमाचल प्रदेश राज्य ग्रामीण और आजीविका मिशन के तहत आयोजित इस मेले का प्रमुख उद्देश्य महिलाओं के स्व-रोजगार को बढ़ावा देना और उनकी जीविका को सुदृढ़ करना है। इसमें शामिल होने वाले स्वयं सहायता समूहों को सरकार द्वारा फंडिंग और अन्य सहायता प्रदान की जाती है, ताकि उनके उत्पादों की प्रदर्शनी और बिक्री को बढ़ावा मिले।
स्वयं सहायता समूह और उत्पाद
स्टॉल्स और उत्पाद:
इस 10 दिवसीय मेले में प्रदेशभर से आए स्वयं सहायता समूहों ने अपने स्टॉल लगाए हैं, जहां उनके द्वारा बनाए गए विभिन्न उत्पाद प्रदर्शित किए गए हैं। इन उत्पादों में हैंडिक्राफ्ट, हैंडलूम और अन्य स्थानीय वस्त्र शामिल हैं, जिन्हें स्थानीय स्तर पर ही तैयार किया गया है।
धाम के स्टॉल:
इसके अलावा, मेले में हिमाचल प्रदेश के हर जिले की पारंपरिक धाम (खाना) के स्टॉल भी लगाए गए हैं, जहां पर्यटक और स्थानीय लोग हिमाचली भोजन का स्वाद ले सकते हैं।
फूड फेस्टिवल का आयोजन
फूड कार्निवल:
इस मेला के दौरान एक विशेष फूड फेस्टिवल का आयोजन भी किया गया है, जिसमें 20 स्टॉल्स पर विभिन्न प्रकार के खाद्य पदार्थ प्रस्तुत किए जा रहे हैं। यह फूड फेस्टिवल पिछले साल की तरह इस बार भी पर्यटकों के बीच विशेष रूप से लोकप्रिय हो रहा है।
टूरिज्म और सांस्कृतिक तालमेल:
इस फूड फेस्टिवल का उद्देश्य हिमाचल प्रदेश में पर्यटन को बढ़ावा देना और अन्य राज्यों के उत्पादों को एक मंच पर लाकर राज्य के सांस्कृतिक संबंधों को प्रगाढ़ बनाना है।
मंत्री का संदेश
सरकार की भूमिका:
ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री अनिरुद्ध सिंह ने इस अवसर पर कहा कि यह मेला महिलाओं के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर है, जिससे वे अपने घरों में रहकर अपने व्यवसाय को बढ़ावा दे सकती हैं। उन्होंने यह भी बताया कि सरकार इस प्रकार के आयोजनों के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्रों में महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा दे रही है और इसके लिए सभी प्रकार की सहायता प्रदान की जा रही है।
आगे का लक्ष्य:
मंत्री ने आगे कहा कि इस प्रकार के आयोजन सिर्फ महिला सशक्तिकरण ही नहीं बल्कि राज्य के आर्थिक विकास में भी योगदान करते हैं। उन्होंने उम्मीद जताई कि आने वाले वर्षों में यह मेले और भी बड़े स्तर पर आयोजित किए जाएंगे, जिससे राज्य के स्थानीय उत्पादों की पहचान और मांग बढ़ेगी।
निष्कर्ष:
हिम ईरा सरस मेला 2024 न केवल स्वयं सहायता समूहों के लिए एक मंच प्रदान कर रहा है, बल्कि यह हिमाचल प्रदेश के पारंपरिक भोजन और सांस्कृतिक धरोहर को प्रमोट करने का भी एक बेहतरीन अवसर है।