HNN / धर्मशाला
प्रदेश की संस्कृति, साहित्य तथा भाषाओं के विकास पर राज्य सरकार ने विशेष बल दिया है। प्रदेश की सांस्कृतिक धरोहर के संरक्षण व सृजनात्मक गतिविधियों को प्रोत्साहन के लिए निरंतर प्रयास किये जा रहे हैं। सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री, सरवीण चौधरी गत देर सायं परगोड में छिंज मेले के समापन अवसर पर बोल रहीं थीं। उन्होंने कहा कि मेले व त्योहार सामाजिक सौहार्द और भाईचारे को मजबूत करते हैं।
उन्होंने कहा कि मेले आपसी भाईचारे की भावना को बढ़ाने में मदद करते हैं जहां सभी लोग मतभेद भुलाकर मेलों में भाग लेते हैं। उन्होंने कहा कि मेले पुरानी रीति-रिवाजों और सांस्कृतिक मूल्यों को बढ़ावा देेते हैं। उन्होंने कहा कि शाहपुर विधानसभा क्षेत्र को एक आदर्श विस क्षेत्र के रूप में विकसित करने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं, ग्रामीण क्षेत्रों में सड़क, शिक्षा तथा स्वास्थ्य की मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध करवाने के लिए कारगर कदम उठाए गए हैं।
उन्होंने कहा कि आम जनमानस की समस्याओं का त्वरित निदान सुनिश्चित करने के लिए भी सर्वोच्च प्राथमिकता दी जा रही है। सरवीन ने कहा कि मेलों में खेल प्रतियोगिताओं एवं कुश्तियों के आयोजन से लोगों का मनोरंजन होता है और साथ ही अपनी प्रतिभा दिखाने एवं उभारने के लिए मंच भी मिलता है। सरवीण चौधरी ने मेला कमेटी को 31000 रुपए, स्टेज में फर्श के लिए एक लाख तथा स्टेज की छत के लिए डेढ़ लाख रुपए देने की घोषणा की।