HNN/ संगड़ाह
सिरमौर जिला की सबसे ऊंची चोटी चूड़धार पर बर्फ की मोटी परत बीछ गई है। समुद्र तल से 11966 फिट ऊंचाई पर स्थित धार्मिक स्थल चूड़धार में सर्दी के मौसम में ऑक्सीजन की भारी कमी आती है, इसलिए ऐसे मौसम में चूड़धार जाना मूर्खता को दर्शाता है। तो वहीं दूसरी तरफ प्रशासन द्वारा भी चूड़धार यात्रा पर आगामी 15 अप्रैल तक रोक लगाई गई है।
श्रद्धालुओं सहित पर्यटकों की सुरक्षा के दृष्टिगत प्रशासन द्वारा यह निर्णय लिया गया है। बता दे कि चोटी पर इस सीजन में अब तक तीन बार बर्फबारी हो चुकी है जबकि दिसंबर से लेकर अप्रैल माह तक चूड़धार में 10 से 12 फीट बर्फ गिरती है। ऐसे में भारी बर्फबारी से चूड़धार जाने वाले सारे रास्ते बंद हो जाते हैं। प्रशासन द्वारा हर साल भारी बर्फबारी के दृष्टिगत चूड़धार यात्रा पर रोक लगा दी जाती है बावजूद इसके लोग माइनस डिग्री सेल्सियस के बीच चूड़धार यात्रा पर निकल रहे हैं।
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अधिकतर यात्रियों को चूड़धार के मौसम के बारे में जानकारी न होने के चलते वह यात्रा पर निकल जाते हैं जिसके चलते उनकी जान पर बन आती है। यहां ना तो कोई ठहरने की व्यवस्था होती है और ना ही खाने-पीने की। उधर, समिति के प्रबंधक बाबू राम शर्मा ने अपील की है कि पर्वत शृंखला चूड़धार में स्थित शिरगुल महाराज के दर्शन के अभिलाषी वर्तमान में सर्दी व बर्फबारी के चलते यात्रा न करे, क्योंकि चूड़धार परिसर में मंदिर कमेटी के सदस्य एवं पुलिस सुरक्षा कर्मी सर्दी के मौसम में तैनात नहीं होते हैं।
पर्वत शृंखला को जाने वाले रास्ते जंगल से होते हुए गुजरते हैं। ऐसे में कई श्रद्धालु बर्फबारी और धुंध के चलते रास्ता भटक जाते हैं। उन्होंने श्रद्धालुओं सहित पर्यटकों से अपील करते हुए कहा कि अपनी चूड़धार की यात्रा मई तक स्थगित कर दें।
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