अध्यापकों के पद रिक्त होने की वजह से कॉलेज के छात्र-छात्राओं को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा
HNN/ शिलाई
जिला सिरमौर के गिरिपार क्षेत्र की खूबसूरत वादियों में बसा राजकीय महाविद्यालय शिलाई स्टाफ की भारी कमी से जूझ रहा है। हर त्यौहार की वार्षिक परीक्षाएं सिर पर है ऐसे में विद्यार्थी व उनके अभिभावक वार्षिक परीक्षाओं को लेकर चिंता में है।
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प्रकृति की गोद मे बसा अपनी प्राकृतिक सुंदरता और उच्च शिखर पर स्थापित अपने आप में ऐतिहासिक राजकीय महाविद्यालय शिलाई ना जाने कब से उस उम्मीद के इन्तजार में खड़ा है कि कभी ना कभी इस महाविद्यालय में विधार्थियों के भविष्य के लिए शिक्षकों की नियुक्ति होगी।
बिना गुरु के महाविद्यालय का का अस्तित्व अधूरा सा लगता है ।जानकारी के मुताबिक शिलाई कॉलेज में शिक्षकों के 50 फिसदी पद खाली पड़े हैं। जिस महाविद्यालय में वर्तमान में 641 विद्यार्थी शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं और इस महाविद्यालय में सबसे महत्वपूर्ण ओर रोचक बात यह है कि यह 90 फिसदी विधार्थियों की संख्या लड़कियों की है।
जो आज दिन प्रतिदिन शिक्षा के शिखर पर पहुंचने के लिए लालायित हैं। इस महाविद्यालय में मात्र 10 फिसदी लड़के शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। शिलाई महाविद्यालय में शिक्षकों की कमी का खामियाजा कॉलेज की छात्राओं को भुगतना पड़ रहा है। क्षेत्र के युवाओं व क्षेत्रवासियों का कहना है कि शिलाई महाविद्यालय में शिक्षकों के खाली पड़े पदों को भरने वाकई दिशा में सरकार शीघ्र उचित कदम उठाए।
स्थानीय समाज सेवी हेम राज राणा ने बताया कि जिला सिरमौर के रुद्री पाठ क्षेत्र के शिलाई स्थित राजकीय महाविद्यालय में 50 प्रतिशत से अधिक पर अध्यापकों के पद रिक्त होने की वजह से कॉलेज के छात्र छात्राओं को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
उन्होंने बताया कि क्योंकि प्रदेश सरकार में उद्योग सर्वे कार्य एवं आयुष मंत्री हर्षवर्धन चौहान सुनाई विधानसभा क्षेत्र से विधायक भी है ऐसे में प्रदेश सरकार के समक्ष उद्योग मंत्री इस मामले को प्रमुखता से उठाएं उन्होंने कहा कि हाल ही में उन्होंने उद्योग मंत्री से मुलाकात कर शिलाई महाविद्यालय में रिक्त पदों को शीघ्र भरने से संबंधित विज्ञापन भी उन्हें सौंपा है।
उन्होंने उद्योग, आयुष, ससंदीय कार्य मंत्री हर्षवर्धन चौहान से आग्रह किया है कि इस गंभीर विषय का निराकरण करें। ताकि शिलाई कॉलेज के छात्रों के भविष्य के साथ प्रकार का अन्याय न हो। स्थानीय लोगों ने शिलाई महाविद्यालय में शिक्षकों की कमी को पूरा किया जाने की मांग सरकार से की है ताकि भविष्य में विधार्थियों का भविष्य बर्बाद ना हो ओर इस महाविद्यालय से भविष्य में शिक्षा के अनगिनत बहुमूल्य मोती निकलते रहे।
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