जनहित से जुटी योजनाओं और सेवाओं में हासिल किया मुकाम, डॉ. बिंदल बने बधाई का पात्र
HNN/ नाहन
अटल श्रेष्ठ योजना के तहत नगर परिषद नाहन ने प्रदेश में पहला स्थान हासिल किया है। प्रथम स्थान में बतौर इनाम राशि एक करोड़ रूपए देश की सबसे पुरानी नाहन नगर परिषद् को मिली है। बता दें कि हिमाचल प्रदेश सरकार के शहरी विकास निदेशालय के द्वारा चलाई गई अटल श्रेष्ठ योजना के तहत यह मुकाम हासिल किया गया है। प्राप्त जानकारी अनुसार 2020-2021 में नगर परिषद् नाहन के द्वारा जनहित से जुडी सेवाओं और योजनाओं को बेहतर तरीके से क्रियान्वित किया है।
इसका पूरा श्रेय नाहन विधानसभा के विधायक डॉ. राजीव बिंदल तथा एमसी नाहन को जाता है। शहर का सौंदर्यकरण हो या फिर कचरा प्रबंधन, शहरी विकास को लेकर जितनी भी योजनाए सरकार के द्वारा चलाई गई उन सब में नाहन एमसी बेहतर साबित रही है। बड़ी बात तो यह भी है कि जनहितों को ध्यान में रखते हुए हाउस टैक्स, किराया वसूली, जन्म और मृत्यु प्रमाण पत्र आदि जनहित से जुडी सेवाओं में भी नाहन एमसी की सेवाएं प्रदेशभर के लिए प्रेरणास्त्रोत बनी है।
इस प्रकार सरकार के द्वारा इस योजना के तहत रखी गई इनाम राशि में 1 करोड़ रूपए नाहन नगर परिषद् को हासिल हुए है। इस योजना के तहत दूसरे स्थान पर रहने वाली नगर परिषद् को 75 लाख और तीसरे स्थान पर रहने वाली एमसी को 50 लाख रूपए दिए जाते है। नगर परिषद् के कार्यकारी अधिकारी संजय तोमर ने बताया कि इस योजना के तहत नगर पंचायतों को भी पुरुस्कृत किया जाता है।
वहीँ, नाहन के विधायक डॉ राजीव बिंदल ने इस उपलब्धि पर नाहन एमसी को बधाई दी है। उन्होंने बताया कि नाहन एमसी के पार्षद तथा नगर परिषद् की अध्यक्ष श्यामा पुंडीर सहित नाहन एमसी में कार्य करने वाले सभी कर्मचारी व अधिकारी बधाई के पात्र है। बताया कि हमारा मुख्य उद्देश्य शहर को सुन्दर और लोगों को स्वस्थ वातावरण सहित उत्तम स्वास्थ्य मिले इसके लिए प्रदेश की भाजपा सरकार और नाहन एमसी लगातार जनहित कार्य में जुटी हुई है।
उन्होंने लोगों से अपील करते हुए कहा कि शहर की तमाम व्यवस्थाएं धीरे-धीरे मुकाम हासिल कर रही है जिसके लिए आम लोगों का सहयोग भी एक नैतिक जिम्मेवारी के तहत जरूरी है। बताया कि नाहन एमसी के सफाई कर्मचारी नियमित रूप से कचरा प्रबंधन में जुटे हुए है। उन्होंने लोगों से अपील करते हुए बताया कि वह शहर को सुन्दर और स्वच्छ बनाने में भी अपना पूर्ण सहयोग दे।