HNN/शिमला
हिमाचल प्रदेश सरकार ने राज्य के बाल देखभाल संस्थानों में रह रहे बच्चों को दीपावली का तोहफा देते हुए उत्सव भत्ते के रूप में 9.69 लाख रुपये जारी किए हैं। इस योजना के तहत प्रत्येक बच्चे को 500 रुपये का उत्सव भत्ता दिया जाएगा। इसके अलावा, 25 या उससे कम क्षमता वाले बाल देखभाल संस्थानों को 5,000 रुपये और 25 से अधिक क्षमता वाले संस्थानों को 10,000 रुपये प्रदान किए जाएंगे।
मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने मुख्यमंत्री सुख आश्रय योजना शुरू की है, जिसके तहत अनाथ बच्चों और निराश्रितों को विभिन्न लाभ प्रदान किए जाएंगे। इस योजना के तहत 27 वर्ष तक के अनाथ बच्चों को 4,000 रुपये मासिक जेब खर्च, कोचिंग के लिए एक लाख रुपये, तीन बिस्वा भूमि और मकान निर्माण के लिए 3 लाख रुपये, विवाह के लिए दो लाख रुपये का अनुदान और सूक्ष्म व लघु उद्योग लगाने के लिए दो लाख रुपये का अनुदान प्रदान किया जाएगा।
यह योजना अनाथ बच्चों और निराश्रितों के उत्थान के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है, जिससे उन्हें आत्मनिर्भर बनने में मदद मिलेगी। सरकार की इस पहल से समाज के संवेदनशील आश्रित वर्ग को सहारा मिलेगा और उनके भविष्य को उज्ज्वल बनाने में मदद मिलेगी।