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हिमाचल के स्कूली पाठ्यक्रमों में शामिल की जाए श्रीमद्भागवत गीता – राजेंद्र गुरु जी

PRIYANKA THAKUR | 14 अक्तूबर 2021 at 3:17 pm

सिरमौर डीसी माध्यम से शिक्षा मंत्री को भेजा ज्ञापन

HNN / नाहन 

बजरंग दल ने हिमाचल प्रदेश में श्रीमद्भागवत गीता, रामायण और महाभारत को स्कूली पाठ्यक्रमों में शामिल कर प्राथमिकता से पढ़ाए जाने को लेकर मोर्चा खोल दिया है। वि. ही. प. के जिला सह मंत्री राजेंद्र गुरु जी ने कहा कि हमारे देश में ही नहीं बल्कि दुनिया के सभी देशों में विद्यालय इसलिए खोले जाते हैं ताकि बच्चों को सामान्य ज्ञान, विज्ञान, व्यावसायिक ज्ञान तथा उनके अपने जीवन, चरित्र और राष्ट्र के विकास में काम आने वाली ज्ञान संबंधी शिक्षाएं दी जा सकें।

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जहां तक धार्मिक शिक्षा दिए जाने का प्रश्न है, तो इसके लिए लगभग सभी धर्मों में अलग धार्मिक शिक्षण संस्थाएं मौजूद हैं जो अपने-अपने धर्म-प्रचार के लिए अपने ही धर्म के बच्चों को अपने-अपने धर्मग्रंथों व अपने धर्म के महापुरुषों के जीवन परिचय तथा आचरण संबंधी शिक्षा देती हैं। उन्होंने इस बाबत उपायुक्त सिरमौर के माध्यम से प्रदेश के शिक्षा मंत्री को ज्ञापन भी सौंपा। राजेंद्र गुरु जी ने कहा कि  सामान्यत: सरकारी स्कूलों में या सरकारी सहायता-प्राप्त स्कूलों में इस प्रकार की धार्मिक या धर्मग्रंथ संबंधी शिक्षा आमतौर पर नहीं दी जाती जबकि 99 प्रतिशत बच्चे हिंदू समाज के इन सरकारी स्कूलों में शिक्षा ग्रहण करते हैं।  

उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश भी देश के ऐसे ही कुछ राज्यों में एक है जहां हिंदू धर्म के प्रमुख धर्मग्रंथ के रूप में स्वीकार्य श्रीमद्भागवत गीता स्कूली पाठ्यक्रमों में शामिल की जा चुकी है। वहीं पूर्व जिला बजरंग दल सिरमौर संयोजक सूरत सिंह कपूर ने बताया कि श्रीमद्भागवत गीता में जीवन का संदेश है।  श्रीमद्भागवत गीता धार्मिक ग्रंथ ही नहीं है, बल्कि एक पूर्ण जीवन शास्त्र है। उन्होंने बताया कि वर्तमान में लोग भौतिकता से परिपूर्ण जीवन जी रहे हैं जिस वजह से समाज में अशांति और सामाजिकता की स्थिति पैदा हो गई है। उन्होंने कहा कि अमेरिका जैसे शक्तिशाली देश में बच्चे श्रीमद्भागवत गीता की पढ़ाई कर रहे हैं।

लेकिन भारत में बच्चे श्रीमद्भागवत गीता को छोड़कर अन्य चीजों की ओर जा रहे हैं जो इस देश का दुर्भाग्य प्रतीत हो रहा है। उन्होंने शिक्षा मंत्री से आग्रह करते हुए कहा कि प्रदेश के सभी स्कूलों में बच्चों को श्रीमद्भागवत गीता, रामायण और महाभारत को पाठ्यक्रमों में प्रमुखता से शामिल किया जाए। इस दौरान पूर्व जिला बजरंग दल हिमाचल प्रदेश संयोजक सूरत सिंह कपूर, जिला सह मंत्री राजेंद्र गुरु जी, कुलदीप पुंडीर, चेत्र सिंह, सुरेंद्र पंडित, अनिल शर्मा, अंशुमान नेगी  आदि मौजूद रहे।

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