नाहन
इको क्लब की गतिविधियों से छात्रों में तकनीक, रचनात्मकता और पर्यावरण चेतना का समन्वय
राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला सैनवाला में विज्ञान और कला के संयोजन की एक प्रेरक मिसाल देखने को मिली। विज्ञान शिक्षिका अंजना शर्मा के मार्गदर्शन में छात्रों ने एक महत्वपूर्ण तकनीकी गतिविधि में भाग लिया, जिसमें उन्होंने फ्लोरा संबंधित क्यूआर कोड बनाना और स्कैन करना सीखा। यह कार्यक्रम विद्यालय के इको क्लब द्वारा ‘मिशन फोर लाइफ’ के अंतर्गत आयोजित किया गया।
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तकनीक और सूचना को जोड़ा पर्यावरण से, परिसर में लगाए गए क्यूआर कोड
छात्रों द्वारा बनाए गए क्यूआर कोड को विद्यालय परिसर में विभिन्न स्थलों पर टैग किया गया है, ताकि विद्यार्थी और आगंतुक इन्हें स्कैन कर पर्यावरण संबंधित जानकारी प्राप्त कर सकें। यह प्रयास पर्यावरण शिक्षा को डिजिटल माध्यम से जोड़ने की एक अनूठी पहल साबित हुई है।
साहित्यिक और कलात्मक गतिविधियों से मिला बच्चों को मंच
अप्रैल माह में इको क्लब की ओर से अन्य रचनात्मक गतिविधियां भी आयोजित की गईं, जिनमें सस्वर वाचन, कविता पाठ और रंगोली प्रतियोगिता शामिल रहीं। कविता पाठ में आदित्य, इशा, आदात और मोमिना ने भाग लिया, जबकि रंगोली प्रतियोगिता में वारीका ठाकुर, सृष्टि, प्राची, शिवांगी और मून्नत ने अपनी कलात्मक प्रतिभा का प्रदर्शन किया।
पर्यावरण चेतना के साथ ‘बैग फ्री डे’ और संसाधनों के पुन: उपयोग पर जोर
‘बैग फ्री डे’ के मौके पर छात्रों ने कंपोस्ट गड्ढा तैयार कर उसमें जैविक कचरे से खाद बनाने की पहल की। इसके अलावा, पुरानी लकड़ी की अलमारी को पुनः उपयोग योग्य बनाकर छात्रों ने उसमें किताबों और शिक्षण सामग्री का भंडारण शुरू किया, जो पुनः उपयोग और रचनात्मकता का प्रतीक रहा।
विद्यालय प्रबंधन ने की सराहना, सर्वांगीण विकास का उदाहरण बताया
प्रधानाचार्य अयूब खान और समस्त विद्यालय स्टाफ ने इन गतिविधियों की सराहना की। प्रधानाचार्य ने कहा कि इस तरह की पहल छात्रों के सर्वांगीण विकास को नई दिशा देती हैं और उन्हें रचनात्मक, तकनीकी व सामाजिक दृष्टि से सक्षम बनाती हैं।
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