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महाविद्यालय चौकीमन्यार में प्रजापति ब्रह्मकुमारी ईशवरीय संस्था सोहारी द्वारा नशा मुक्ति पर एक दिवसीय शिविर का आयोजन

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21 नवंबर, 2024 at 9:28 pm

Himachalnow/ऊना/वीरेंद्र बन्याल

उप-तहसील जोल के अंतर्गत आने वाले राजकीय महाविद्यालय चौकीमन्यार में प्रजापति ब्रह्मकुमारी ईश्वरीय संस्था सोहारी द्वारा नशा मुक्ति पर एक दिवसीय शिविर का आयोजन वीरवार को किया गया। जिसमें लगभग 50 छात्र छात्रों ने बढ़ चढ़कर भाग लिया।जिसमें महाविद्यालय के छात्र-छात्राओं को नशा मुक्ति एवं मोबाइल फोन के दुष्प्रभाव के बारे में विस्तार से बताया गया। प्रजापति ब्रह्मकुमारी ने कहा कि आज के इस युग में नशे का दुष्प्रभाव बहुत ही बढ़ गया है।

जिसमें हमारे आज के युवा नशे के प्रभाव में आकर अपने भविष्य को खराब कर रहे हैं। जिससे उनके शारीरिक मानसिक व स्वास्थ्य पर गहरा दुष्प्रभाव पड़ रहा है। प्रजापति ब्रह्मकुमारी बबीता बहन द्वारा महाविद्यालय के बच्चों को शिक्षा में रुचि बढ़ाने के लिए राजयोग, ध्यान व अन्य आध्यात्मिक विधियों को अपने व्यवहारिक जीवन में आवश्यक अंग बनाने के लिए प्रोत्साहित किया। उन्होंने कहा कि भौतिकवाद युग में छात्र-छात्राएं कई प्रकार के नशों में संलिप्त हो रहे हैं। इस दौरान महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ० बलविंदर सिंह राणा ने कहा कि नशाखोरी आधुनिक समाज की सबसे ज्वलंत समस्याओं में से एक है।

कई मायनों में यह लाईलाज बीमारियों से भी अधिक खतरनाक है। नशीली दबाओं के सेवन से उनका जीवन तो बर्बाद होता ही है, उनके परिवार को भी बहुत पीड़ा का सामना करना पड़ता है। राणा ने कहा कि मादक द्रव्यों का सेवन एक गंभीर मुद्दा है। इस नशे से अनगिनत लोगों की जान गई है।व्यक्तियों, परिवारों और समाज को अपूर्ण की क्षति हुई है।उन्होंने नशा मुक्ति अभियान के आयोजन के लिए प्रजापति ब्रह्मकुमारी ईश्वरी संस्था सोहारी को बधाई देते हुए कहा कि नशीले पदार्थों के सेवन और इसके दुष्परिणामों के बारे में जागरूकता पैदा करने के उद्देश्य से इस कार्यक्रम का आयोजन सराहनीय है।

वहीं कार्यक्रम के दौरान डॉ रामकुमार नेगी एवं डॉ राम सिंह ने अपने सम्बोधन में कहा कि विडंबना है कि कुछ लोग जानकारी के अभाव में नशीली दवाओं के दुरुपयोग में संलिप्त हो जाते हैं। स्वार्थी लोगों द्वारा अपने गलत उद्देश्यों की पूर्ति के लिए मासूमों को नशीली दवा दी जाती है। ऐसे ही कई उदाहरण सामने आए हैं। इस अवसर पर महाविद्यालय के प्राचार्य डॉक्टर बलविंदर सिंह राणा, डॉ० रामकुमार नेगी, डॉ राम सिंह, कार्यालय अधीक्षक राकेश कुमार लठ्ठ, वरिष्ठ सहायक ठाकुर दिनेश कुमार, लिपिक अमन शर्मा, ब्रह्मकुमारी संस्था सोहारी से बबीता बहन, अबदेश भाई और उनके सहयोगी एवं महाविद्यालय के चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी उपस्थित रहे।

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