Himachalnow / हमीरपुर
सीएम सुक्खू का दखल, कानूनी अड़चनें दूर करने की तैयारी
डेरा राधा स्वामी चैरिटेबल अस्पताल भोटा के बंद होने की घोषणा के बाद उपजे विवाद को सुलझाने के लिए मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने रविवार, 1 दिसंबर को दोपहर 2 बजे शिमला स्थित अपने आधिकारिक आवास ओक ओवर में उच्च स्तरीय बैठक बुलाने का निर्णय लिया है। फिलहाल दिल्ली में मौजूद सीएम सुक्खू, मामले की गंभीरता को देखते हुए तुरंत समाधान के प्रयास में जुट गए हैं।
अस्पताल के बंद होने से लोग नाराज़
डेरा राधा स्वामी चैरिटेबल अस्पताल भोटा वर्षों से क्षेत्रीय लोगों को सस्ता और मुफ्त इलाज प्रदान कर रहा है। दवाइयां भी बेहद कम कीमत पर या निशुल्क दी जाती हैं। लेकिन 1 दिसंबर से अस्पताल को बंद करने की घोषणा के बाद लोगों में रोष फैल गया है। इसके विरोध में चक्का जाम और धरना-प्रदर्शन किए जा रहे हैं।
भूमि हस्तांतरण पर सरकार लाएगी ऑर्डिनेंस
अस्पताल की भूमि को डेरा राधा स्वामी सत्संग ब्यास की सिस्टर ऑर्गेनाइजेशन को हस्तांतरित करने के लिए कानूनी अड़चनों को दूर करने का प्रयास किया जा रहा है। इसके लिए सरकार हिमाचल प्रदेश भूमि जोत सीमा अधिनियम, 1972 की धारा 118 के तहत छूट प्रदान करने के लिए विधानसभा के शीतकालीन सत्र में एक ऑर्डिनेंस लाने की तैयारी कर रही है।
अस्पताल की सेवाएं और विवाद की वजह
डेरा राधा स्वामी सत्संग ब्यास द्वारा संचालित यह चैरिटेबल अस्पताल मुफ्त और सस्ता इलाज प्रदान करता है। हालांकि, उपकरण खरीदने पर लगने वाले जीएसटी जैसे वित्तीय दबाव और भूमि हस्तांतरण में आ रही अड़चनों के चलते डेरा इसे अपनी सिस्टर ऑर्गेनाइजेशन को सौंपना चाहती है।
सरकार कानूनी राय लेकर विवाद का समाधान निकालने के प्रयास में है। मुख्यमंत्री की इस बैठक में अस्पताल के संचालन और भूमि हस्तांतरण के मुद्दों पर चर्चा होगी। इससे हजारों मरीजों को राहत मिलने की उम्मीद है।