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भारत विश्व की राजनीति का प्रमुख दावेदार, दुनिया ने माना हमारा प्रभाव- डॉ. कुलदीप

कमजोरों को डराने के लिए नहीं, विश्व के कल्याण के लिए ताकतवर बनना चाहता है भारत- बिंदल

HNN/ नाहन

भारत देश कमजोर देशों को डराने के लिए नहीं बल्कि विश्व कल्याण के लिए ताकतवर बनना चाहता है। यह बात आज वीरवार विश्व पटल पर आज का भारत पर आयोजित विचार गोष्ठी के दौरान मुख्य वक्ता संस्कृति मंत्रालय भारत सरकार के सलाहकार डॉ कुलदीप चंद अग्निहोत्री ने कही। डॉक्टर अग्निहोत्री केंद्रीय विश्वविद्यालय हिमाचल प्रदेश में उपकुलपति भी रह चुके हैं। आयोजित विचार गोष्ठी में बतौर मुख्यातिथि अध्यक्ष प्रदेश भाजपा डॉ राजीव बिंदल तथा विशेष अतिथि के रूप में सांसद सुरेश कश्यप मौजूद रहे।

आयोजित कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य बदले राजनीतिक परिवेश के बाद दुनिया में भारत जिस मुकाम पर पहुंचा है उससे परिचय दिलाना था। मुख्य वक्ता डॉ कुलदीप चंद ने बताया कि पूर्व में रही हमारी सरकारी नीतियों की नगण्यता के चलते भारत को दुनिया की राजनीति में जो स्थान मिलना चाहिए था वह पर्याप्त नहीं था। उन्होंने कहा कि हमारी सरकारी नीतियों में यह बिल्कुल भी नहीं था कि हमारा देश विश्व की राजनीति में निर्णायक भूमिका अदा कर सकें ।

डॉ कुलदीप चंद ने कहा कि अब पिछले एक-दो दशकों से सरकार की नीतियां बदली हैं, बदली नीतियों और इच्छाशक्ति के चलते ही आज पूरी दुनिया ने भारत के प्रभाव को स्वीकार भी किया है। डॉ कुलदीप चंद ने चीन की ओर से गलवान घाटी जैसे हाथों को लेकर कहा कि आज सामरिक व राजनीतिक दृढ़ता के चलते चीन भी मानता है कि यह 1962 वाला भारत अब नहीं रहा है। उन्होंने कहा कि आज का भारत विश्व स्तर पर अपना मुकाम बना कर ताकत के साथ आगे बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि पहले अमेरिका और रूस दो दुनिया के बड़े ग्रुप बने हुए थे। अब उन ग्रुपों के टूटने के बाद चीन विश्व शक्ति बनने का प्रयास करने लग पड़ा था।

वही प्रदेश भाजपा अध्यक्ष डॉ राजीव बिंदल ने कहा कि रूस अमेरिका और चीन की दावेदारी के बाद भारत भी अब विश्व शक्ति बन चुका है। भारत के इस दावे को विश्व के अनेक देशों ने भी स्वीकार किया है। डॉ बिंदल ने कहा कि भारत जो ताकत प्राप्त करना चाहता है वह विश्व जन कल्याण के लिए है ना कि कमजोर देशों को डराने के लिए।सांसद सुरेश कश्यप ने अपने संबोधन में कहा कि विश्व पटल पर आज भारत देश धरती से लेकर अंतरिक्ष तक ना केवल शक्तिशाली बना है बल्कि सामरिक दृष्टि से भी हमने स्वदेशी तकनीक के साथ अपनी ताकत को दुनिया के अग्रिम पायदान में खड़ा कर लिया है।

शिक्षा नीति पर पूछे गए एक सवाल के जवाब में डॉ कुलदीप चंद ने कहा कि हमारी शिक्षा नीति 1757 के बाद ब्रिटेन सरकार ने तय की थी। उन्होंने कहा कि जब दूसरा देश हमारे देश की शिक्षा नीति तय करेगा तो वह अपने हितों को ध्यान में रखकर ही करेगा। यह हमारा दुर्भाग्य था कि पूर्व सरकारों के दौर में मैक्स मूलर हमें वेद पढ़ा रहा था तो मैक्स कार्ले हमें गुरबाणी समझा रहा था। बता दें कि अब भारत सरकार ने नई शिक्षा नीति लागू की है। जिसमें स्थानीय भाषा को भी विशेष स्थान दिया गया है।

आज नई शिक्षा नीति के चलते हमारी भाषा संस्कृति और हमारे रीति रिवाज अब फिर से नवचेतना के साथ पूरी दुनिया का ज्ञान वर्धन कर रहे हैं। इस मौके पर कार्यक्रम के आयोजक कानून एवं विधि विभाग भाजपा जिला सिरमौर के संयोजक टीकाराम शर्मा, सह संयोजक पुरुषोत्तम सैनी, सह संयोजक नरेश तोमर, नाहन मंडल के संयोजक अमित अत्री, सूरज टीकू, आत्माराम, दामिनी चौधरी, मनीष ठाकुर, मनोज ठाकुर, चमन लाल, सुरेंद्र हिंदुस्तानी, ईश्वर बिष्ट, नितिन गुप्ता आदि मुख्य रूप से उपस्थित रहे। साथ ही पूर्व ऊर्जा मंत्री एवं विधायक पांवटा साहिब सुखराम चौधरी, विधायक रीना कश्यप, जिला भाजपा अध्यक्ष विनय गुप्ता, मंडल अध्यक्ष प्रताप ठाकुर, महामंत्री मनीष चौहान, जिला मीडिया प्रभारी राकेश गर्ग, रेणुका जी से भाजपा प्रत्याशी रहे नारायण सिंह आदि मुख्य रूप से उपस्थित रहे।


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