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फॉरेस्ट गार्ड बने मसीहा, गर्भवती को दिया दुर्लभ ब्लड ग्रुप, सीजेरियन के बाद महिला ने दिया बच्चे को जन्म

Published ByPARUL Date Nov 17, 2024

Himachalnow/नाहन

जिला सिरमौर के शिलाई क्षेत्र की गर्भवती के लिए आधी रात एक फॉरेस्ट गार्ड मसीहा बनकर अस्पताल पहुंचा। वन कर्मी रात को बनेठी में ड्यूटी पर तैनात था।जैसे ही उसे पता चला कि गर्भवती महिला को खून की जरूरत है तो वह 20 किलोमीटर दूर बनेठी से रातोंरात मेडिकल कॉलेज नाहन पहुंचा, जहां उन्होंने रक्तदान किया। इसके बाद गर्भवती महिला का सीजेरियन हो पाया। महिला ने एक मेल चाइल्ड को जन्म दिया है। जच्चा-बच्चा दोनों स्वस्थ हैं और मेडिकल कॉलेज नाहन में दाखिल हैं।

दरअसल, शिलाई के मतियाना की शांति देवी को सिविल अस्पताल पांवटा साहिब से मेडिकल कॉलेज नाहन रेफर किया गया था। प्रसव पीड़ा से कराह रही महिला की मेडिकल कॉलेज में स्वास्थ्य जांच हुई। डॉक्टरों ने महिला के पति अर्जुन को बताया कि खून की कमी के चलते सीजेरियन कर पाना मुश्किल है, चूंकि महिला के शरीर में सिर्फ 7.1 ग्राम खून है। दूसरी बड़ी चुनौती ये थी कि शांति देवी का ब्लड ग्रुप एबी निगेटिव (AB-VE) है, जो सबसे दुर्लभ है। अब इस ग्रुप के ब्लड का रातोंरात इंतजाम कैसे किया जाए, जो महिला का सीजेरियन हो सके।

इसकी जानकारी ड्रॉप्स ऑफ होप के संचालक ईशान राव को मिली। उन्होंने अपने व्हाट्सएप ग्रुप में ये जानकारी शेयर की। इसके बाद बनेठी में ड्यूटी पर तैनात संदीप कुमार चौधरी रातोंरात मेडिकल कॉलेज नाहन पहुंचे, जहां उन्होंने अपना एबी निगेटिव ब्लड महिला को दिया। फॉरेस्ट गार्ड संदीप कुमार चौधरी ड्रॉप्स ऑफ होप के सदस्य हैं। इस पुनीत कार्य से एक बार फिर ड्रॉप्स ऑफ होप सोसायटी ने मरीज को जान को बचा लिया।ड्रॉप्स ऑफ होप सोसायटी के संचालक ईशान राव ने बताया कि इस समूह के सदस्य न केवल आपातकाल में रक्तदान कर मरीजों की जान बचा रहे, बल्कि हर अस्पताल में खून की कमी को भी पूरा कर रहे हैं।उन्होंने बताया कि सोसायटी के सदस्य कहीं भी और कभी भी मरीजों के लिए हाजिर हैं।उनका मानना है कि खून की कमी से किसी मरीज की जान न जाए। इसी मकसद और समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारी को सोसायटी का हरेक सदस्य निभा रहा है।


बता दें कि हाल ही में डॉ. वाईएस परमार मेडिकल कॉलेज नाहन में एक गर्भवती महिला व एक अन्य महिला मरीज को O+ve व B-ve रक्त की कमी को इस सोसायटी के सदस्यों रितेश कश्यप B निगेटिव, माज़िद शेख़ O पॉजिटिव और महेश ठाकुर O पॉजिटिव ने खून की कमी को पूरा कर मरीजों की जान बचाई।इससे पहले एक नवंबर को भी इस ग्रुप के सदस्यों ने मेडिकल कॉलेज नाहन के ब्लड बैंक में O+ve रक्त की कमी को पूरा किया। जहां सोसाइटी के 10 सदस्यों ने रक्तदान किया। उस दौरान उमेश ठाकुर मृणाल, विजय, कमलेश शर्मा, रवि राज कश्यप, राहुल, रवि, जितेंद्र, रजिंदर और ईशान राव ने ब्लड डोनेट किया।ड्रॉप्स ऑफ होप के सदस्यों ने पिछले माह यानी अक्टूबर में मेडिकल कॉलेज नाहन, आईजीएमसी शिमला, पीजीआई चंडीगढ़, ऋषिकेश एम्स और कांगड़ा मेडिकल कॉलेज में 47 यूनिट खून देकर मरीजों की जान बचाई।

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