HNN/राजगढ़
अकाल कॉलेज ऑफ़ नर्सिंग, इटरनल यूनिवर्सिटी, भारत, और ड्रेक्सल यूनिवर्सिटी, यूएसए, ने अक्टूबर 2024 में होने वाले “नर्सिंग में वैश्विक सहयोग: सहयोग के माध्यम से नैदानिक अभ्यास को बढ़ावा देना” के लिए कार्यक्रम की घोषणा की है। इस पहल का उद्देश्य वैश्विक अकादमिक आदान-प्रदान के माध्यम से नर्सिंग शिक्षा और नैदानिक अभ्यास को बेहतर बनाना है।
अकाल कॉलेज ऑफ़ नर्सिंग की स्थापना 2008 में ‘द कलगीधर ट्रस्ट’ द्वारा हिमाचल प्रदेश की शांत वादियों में स्थित बरु साहिब में की गई थी, जिसे “देव-भूमि” के रूप में जाना जाता है। यह प्रतिष्ठान संतों और पद्मश्री बाबा इकबाल सिंह जी के आशीर्वाद से स्थापित किया गया था। इटरनल यूनिवर्सिटी के माननीय कुलाधिपति डॉ. दविंदर सिंह, MBBS, MD के मार्गदर्शन में, इस संस्था का मिशन मूल्य आधारित आध्यात्मिक शिक्षा के साथ समर्पित नर्सों को प्रशिक्षित करना है, जो सभी स्तरों पर स्वास्थ्य सेवा के प्रति प्रतिबद्ध हैं।
यह कार्यक्रम द कलगीधर ट्रस्ट की स्वास्थ्य और शिक्षा सलाहकार डॉ. नीलम कौर के मार्गदर्शन में आयोजित किया जाएगा। इस कार्यक्रम में ड्रेक्सल यूनिवर्सिटी के विशेषज्ञों, जैसे डॉ. जिल बी. डर्स्टाइन, डॉ. मैरीलू, डॉ. मार्शिया गमाली, डॉ. सुसान सोलेकी, डॉ. जेम्स कालप्सन और सुश्री तराया गिब्सन द्वारा अक्टूबर 11 से 21, 2024 तक उन्नत नैदानिक नर्सिंग, मानसिक स्वास्थ्य और स्वास्थ्य के सामाजिक निर्धारकों पर विभिन्न सत्रों का आयोजन किया जाएगा।