HNN/ मंडी
वन विभाग हिमाचल प्रदेश के द्वारा “एक बूटा मां के नाम” के तहत पौधारोपण में उपमंडल गोहर प्रशासन की भागीदारी को जोड़ने और इस अभियान को पंचायत व घर-घर तक जोड़ने के लिए ग्राम पंचायत चैलचौक के जासन में एसडीएम गोहर लक्ष्मण सिंह कनेट के द्वारा देवदार के पौधे का पौधारोपण कर “एक बूटा मां के नाम” अभियान का शुभारंभ किया गया।
इस अभियान के तहत एसडीएम गोहर ने कहा कि “एक बूटा मां के नाम” अभियान सरकार के द्वारा हमारे पर्यावरण को हरा-भरा रखने के लिए बहुत अच्छी पहल है क्योंकि आज के समय में जलवायु परिवर्तन हमारे जीवन में एक गंभीर समस्या बनकर सामने आया है।
जलवायु परिवर्तन से आजकल प्राकृतिक आपदाएं बढ़ गई हैं जैसे अत्यधिक बारिश होना, सूखा पड़ना, समुद्र तल का बढ़ना आदि समस्याएं हमारे जीवन को प्रभावित कर रही हैं इसलिए यह हमारी जिम्मेदारी बन जाती है कि हम पर्यावरण का बचाव करें और पर्यावरण बचाव के लिए पौधारोपण से बेहतर और सरल तरीका कोई और नहीं है क्योंकि पौधारोपण से जलवायु परिवर्तन को हम नियंत्रित कर सकते हैं और ग्लोबल वार्मिंग से होने वाले प्रभाव को कम किया जा सकता है।
उन्होंने कहा कि “एक बूटा मां के नाम” अभियान को स्कूलों, कॉलेज व पंचायत स्तर पर आगे बढ़ाया जाएगा और लोगों को पौधारोपण के महत्व के बारे में जागरूक किया जाएगा व उन्हें पौधारोपण के लिए प्रेरित किया जाएगा। इस अभियान पर जानकारी देते हुए डीएफओ गोहर सुरेंद्र कश्यप के द्वारा बताया गया कि यह अभियान “एक बूटा मां के नाम” भारत सरकार के द्वारा 5 जून को शुरू किया गया है।
इस अभियान के तहत पर्यावरण को हरा-भरा व संजोए रखने के लिए यह अभियान शुरू किया गया है तथा जलवायु परिवर्तन में हो रहे प्रभावों को कम करने के लिए पौधारोपण कर इसके प्रभावों को कम किया जा सके और एक स्वच्छ, सुंदर वातावरण हम आने वाले आगे की पीढ़ियों को दे सकें। कार्यक्रम में उपमंडल गोहर के सभी विभागों के प्रशासनिक अधिकारियों के द्वारा भी देवदार के पौधे का पौधारोपण किया गया।