प्रयागराज में आयोजित महाकुंभ मेला आज मौनी अमावस्या के दिन एक दुखद घटना का शिकार हो गया, जब संगम तट पर भगदड़ मच गई। इस हादसे में 15 से अधिक श्रद्धालुओं की जान चली गई, जबकि कई अन्य घायल हो गए और कुछ बेहोश भी हो गए। हादसे के बाद प्रशासन ने तुरंत राहत-बचाव कार्य शुरू कर दिया है और स्थिति को काबू में कर लिया गया है।
हादसे के बाद निरंजनी अखाड़े ने स्नान जुलूस को रोक दिया है और अमृत स्नान स्थगित कर दिया गया है। प्रशासन ने श्रद्धालुओं से संयम बनाए रखने और अफवाहों पर ध्यान न देने की अपील की है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस घटनाक्रम पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से जानकारी ली और स्थिति का जायजा लिया।
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घटना के बारे में बताया जा रहा है कि भगदड़ मेला क्षेत्र में देर रात लगभग 2 बजे मची। एक प्रत्यक्षदर्शी के अनुसार, जैसे ही भगदड़ मची, लोग भागने लगे और स्थिति नियंत्रण से बाहर हो गई। कई महिलाएं और बच्चे भी इस हादसे में घायल हुए हैं।
इस बीच, घायल लोगों को 50 से अधिक एंबुलेंसों के माध्यम से अस्पताल भेजा गया है। कुछ घायलों को मोटरसाइकिलों से भी अस्पताल पहुंचाया गया है। राहत कार्य में सेना और राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (एनएसजी) ने भी मोर्चा संभाल लिया है।
महानिर्वाणी और निरंजनी अखाड़ों ने भारी भीड़ के कारण अमृत स्नान स्थगित कर दिया है। अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष श्रीमहंत रविंद्र पुरी ने कहा कि यदि स्थिति सामान्य होती है तो स्नान कार्यक्रम फिर से शुरू किया जाएगा, अन्यथा इसे निरस्त कर दिया जाएगा।
इस हादसे के बाद प्रशासन पूरी तरह से सक्रिय है और स्थिति पर नजर रखे हुए है। श्रद्धालुओं से अपील की गई है कि वे संयम बनाए रखें और बिना किसी अफवाह पर विश्वास किए, शांतिपूर्ण तरीके से आयोजन में भाग लें।
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