सोमवार से एचपीयू के 46 केंद्रों पर शुरू होंगी पीजी परीक्षाएं, छात्रों को एडमिट कार्ड डाउनलोड करने के लिए मैसेज भेजे गए।
Himachalnow/शिमला
एचपीयू की स्नातकोत्तर डिग्री कोर्स की परीक्षाएं सोमवार से शुरू
हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय (एचपीयू) की स्नातकोत्तर डिग्री कोर्स की परीक्षाएं सोमवार से प्रदेश भर के 46 केंद्रों पर शुरू हो रही हैं। इस बार पहली बार विवि ने 99% एडमिट कार्ड ऑनलाइन अपलोड कर दिए हैं। छात्रों को एडमिट कार्ड डाउनलोड करने के लिए उनके पंजीकृत मोबाइल नंबर पर सूचना भेजी गई है। जिन छात्रों के एडमिट कार्ड किसी कारणवश अपलोड नहीं हो सके, उन्हें भी संबंधित कारणों की जानकारी मैसेज के माध्यम से दी गई है।
परीक्षाओं में लगभग 35,500 विद्यार्थी शामिल होंगे, जिनमें से 18,000 नियमित और 17,000 प्राइवेट या री-अपीयर श्रेणी के हैं। नियमित छात्रों के लिए इंटरनल असेस्मेंट आवश्यक होने के कारण कुछ रोल नंबर अटके हैं। प्राइवेट छात्रों की परीक्षा पूर्णतः 100 अंकों की होती है, जिससे उनके एडमिट कार्ड आसानी से जारी हो जाते हैं। विवि ने छात्रों से आग्रह किया है कि जिनके एडमिट कार्ड अब तक नहीं बन सके हैं, वे परीक्षा शुरू होने से पहले अपने कॉलेज या विभाग से संपर्क करें।
एडमिट कार्ड के माध्यम से परीक्षा केंद्र में प्रवेश
परीक्षा नियंत्रक प्रो. श्याम लाल कौशल ने स्पष्ट किया है कि परीक्षा केंद्र में प्रवेश केवल ऑनलाइन जनरेट किए गए एडमिट कार्ड के माध्यम से ही मिलेगा। परीक्षा संबंधी किसी भी समस्या के समाधान के लिए विवि ने एक विशेष निगरानी समिति गठित की है। कॉलेजों को निर्देश दिया गया है कि किसी समस्या के लिए समिति से तुरंत संपर्क करें।
लाइब्रेरी साइंस और एमएड की परीक्षाओं का शेड्यूल जारी
इसके अतिरिक्त, विवि ने एमएड और बैचलर इन लाइब्रेरी साइंस (बी लिब) तथा मास्टर इन लाइब्रेरी साइंस (एम लिब) की परीक्षाओं का शेड्यूल जारी कर दिया है। एमएड और एम लिब की परीक्षाएं 10 से 18 दिसंबर तक आयोजित होंगी, जबकि बी लिब की परीक्षाएं 7 से 16 दिसंबर तक चलेंगी। शेड्यूल विवि की वेबसाइट पर उपलब्ध है।
डिस्टेंस शिक्षा के छात्रों के लिए एडमिट कार्ड संबंधित निर्देश
डिस्टेंस और ऑनलाइन शिक्षा केंद्र (सीडीओई) के छात्रों को समय रहते अपने एडमिट कार्ड डाउनलोड करने के लिए आवश्यक औपचारिकताएं पूरी करने को कहा गया है। विवि ने सभी परीक्षा केंद्रों में तैयारियां पूरी कर ली हैं और छात्रों को समय पर संस्थान से संपर्क कर किसी भी समस्या का समाधान करने की सलाह दी है।