Himachalnow/शिमला
प्रदेश के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में आज बारिश ,कोहरे और बर्फबारी की संभावना जताई गई है। पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने से मौसम में यह बदलाव संभव है।
राज्य में तापमान की स्थिति
प्रदेश के चार स्थानों पर न्यूनतम तापमान माइनस में दर्ज किया गया है। ताबो में न्यूनतम तापमान -8.3 डिग्री सेल्सियस रहा, जबकि कुकुमसेरी में -4.8 और समदो में -1.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। अन्य स्थानों पर भी तापमान में गिरावट दर्ज की गई है। अगले तीन दिनों तक न्यूनतम और अधिकतम तापमान में कोई बड़ा बदलाव नहीं होगा, लेकिन उसके बाद तापमान में 2 डिग्री सेल्सियस तक की गिरावट होने की संभावना है।
पश्चिमी विक्षोभ से मौसम में बदलाव के संकेत
हिमाचल प्रदेश के पांच जिलों के ऊंचाई वाले हिस्सों में आज बारिश और बर्फबारी की संभावना जताई गई है। मौसम विभाग के अनुसार, पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता के कारण प्रदेश के चंबा, कांगड़ा, किन्नौर, कुल्लू और लाहौल-स्पीति जिलों के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में मौसम का यह बदलाव देखने को मिलेगा। वहीं, बिलासपुर में हल्के कोहरे की स्थिति दर्ज की गई है।
सात दिनों तक साफ रहेगा अन्य क्षेत्रों का मौसम
प्रदेश के अन्य भागों में आगामी सात दिनों तक मौसम साफ रहने की उम्मीद है। हालांकि, बिलासपुर और सुंदरनगर में सुबह और शाम के समय घना कोहरा छाने का येलो अलर्ट जारी किया गया है। शिमला सहित अन्य स्थानों पर आज धूप खिली रही।
मंडी प्रशासन की आपदा प्रबंधन तैयारियां
मंडी जिला प्रशासन ने बर्फबारी के दौरान किसी भी आपदा से निपटने के लिए पूरी तैयारियां कर ली हैं। उपायुक्त अपूर्व देवगन ने विभागीय अधिकारियों के साथ बैठक कर निर्देश दिए कि बर्फबारी प्रभावित क्षेत्रों में आवश्यक मशीनरी और ऑपरेटरों की तैनाती समय रहते की जाए। साथ ही, प्रत्येक विभाग को नोडल अधिकारी नियुक्त कर उनके मोबाइल नंबर साझा करने के निर्देश दिए गए।
अधिक बर्फबारी वाले क्षेत्रों पर नजर
उपायुक्त ने बताया कि चौहारघाटी, सराजघाटी, शिकारी देवी, कमरूनाग, रोहांडा, बरोट, पराशर, थुनाग, जंजैहली और गाड़ागुसैणी जैसे क्षेत्रों में अत्यधिक बर्फबारी की संभावना है। संबंधित अधिकारी इन क्षेत्रों में अपनी उपस्थिति सुनिश्चित करेंगे और आपदा प्रबंधन की तैयारियों को सुदृढ़ करेंगे।