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FPO सदस्यों को मिला लाइसेंस: 9 जिलों के 31 किसान अब दूरदराज के क्षेत्रों में बेचेंगे खाद-बीज

Shailesh Saini | 1 दिसंबर 2025 at 3:25 pm

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​प्रशिक्षण से हिमाचल की आर्थिकी को मिली नई दिशा: डॉ. पंकज मित्तल

​नाहन/सिरमौर। 

कृषि विज्ञान केंद्र (के.वी.के.), सिरमौर की पहल पर हिमाचल के किसानों को बड़ी सौगात मिली है। केंद्र ने कृषक उत्पादक संगठनों (एफ.पी.ओ.) से जुड़े 31 किसानों के लिए 15 दिवसीय आवासीय प्रशिक्षण पूरा किया है। यह प्रशिक्षण 17 नवंबर से शुरू होकर 1 दिसंबर को संपन्न हुआ।

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​इसका मुख्य उद्देश्य किसान सदस्यों को आत्मनिर्भर बनाना है। अब ये किसान अपने क्षेत्रों में कृषि संबंधी आवश्यक  बीज, उर्वरक और रसायन जैसे आदानों को सुगम बना सकेंगे।

​इस शिविर में हिमाचल के नौ जिलों के 27 कृषक उत्पादक संगठनों से 31 किसानों ने हिस्सा लिया जिनमें कांगड़ा, मंडी, हमीरपुर, ऊना, बिलासपुर, शिमला, कुल्लू, सोलन और सिरमौर जिला मुख्य रूप से शामिल रहे।

​बता दें कि, अरावली संस्था के निदेशक यशपाल शर्मा आयोजित शिविर में मुख्य सूत्रधार के रूप में उपस्थित रहे।

​पन्द्रह दिनों तक कृषि एवं उद्यान विशेषज्ञों के साथ आयोजित हुए इस शिविर में जटिल कृषि समस्याओं का समाधान भी दिए गए। जबकि विशेषज्ञों ने उन्नत आधुनिक वैज्ञानिक तकनीकों की जानकारी दी। साथ ही, उर्वरक, बीज एवं कृषि रसायनों से संबंधित नियमों की भी विस्तृत जानकारी साझा की गई।

​कृषि विज्ञान केंद्र, सिरमौर के प्रभारी एवं प्रधान वैज्ञानिक डॉ. पंकज मित्तल ने इस पहल को महत्वपूर्ण बताया। उनके अनुसार, यह प्रशिक्षण प्रदेश की आर्थिकी को मजबूत करेगा। उन्होंने कहा कि आवश्यक जानकारी और सेवाएं अब किसानों तक आसानी से पहुँच पाएँगी।

​डॉ. पंकज मित्तल ने बताया कि यह आयोजन डॉ. परवेंद्र श्योरान (निदेशक, भाकृअनुप, लुधियाना) की वित्तीय सहायता से संभव हुआ। यह सहायता किसान भवन के जीर्णोद्धार के लिए मिली थी।

​शिविर का आगाज़ आत्मा परियोजना के निदेशक साहब सिंह ने 17 नवंबर को किया था। समापन अवसर पर कृषि उपनिदेशक राजकुमार और निदेशक साहब सिंह उपस्थित रहे। इनके साथ केंद्र के वैज्ञानिक शिवाली धीमान, संगीता अत्री और अन्य अधिकारी मौजूद थे।

​समापन पर प्रतिभागी किसानों को प्रमाण पत्र सौंपे गए। खास बात तो यह भी इन प्रमाण पत्रों के आधार पर वे संबंधित जिलों में खाद, बीज और कृषि रसायन के विक्रेता लाइसेंस के लिए आवेदन कर सकेंगे।

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