HNN/ ऊना वीरेंद्र बन्याल
उपायुक्त ऊना राघव शर्मा ने आज ग्राम पंचायत बेहड़ जस्वां में जुलाई माह में संजीवनी परियोजना के तहत रोपे गए औषधीय पौधों का निरीक्षण किया। बेहड़ जस्वां में अढ़ाई हेक्टेयर भूमि पर मनरेगा के माध्यम से सहजन व अश्वगंधा के 72,700 पौधे रोपे गए हैं, जिससे 21 लाभार्थियों को लाभ मिला है। राघव शर्मा ने खेतों में जाकर पौधों की पैदावार देखी और संतोष व्यक्त किया। जिलाधीश राघव शर्मा ने कहा कि मनरेगा के माध्यम से 14.50 लाख रुपए खर्च कर ग्राम पंचायत बेहड़ जस्वां में औषधीय पौधे लगाए गए हैं।
किसानों ने अपनी खाली पड़ी भूमि पर औषधीय पौधे लगाए तथा उन्होंने खेतों में काम करने की दिहाड़ी भी मनरेगा के माध्यम से दी गई। अधिकतर किसानों ने मनरेगा के तहत 100 दिन से अधिक कार्य दिवस अर्जित किए हैं। उन्होंने कहा कि कुछ माह में ही अश्वगंधा की फसल तैयार हो गई है, जिसे आरसीएफसी जोगिंदरगर और स्थानीय उद्यमी रीवा सूद के माध्यम से बेचा जाएगा, जिससे किसानों को आय प्राप्त होगी।
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राघव शर्मा ने कहा कि अश्वगंधा के बीज, पत्तियां तथा जड़ का उपयोग आयुर्वेदिक दवाएं बनाने में किया जाता है, जबकि सहजन के पौधे का भी औषधीय प्रयोग है। उपायुक्त ने लाभार्थी किसानों से बातचीत भी की और उनके अनुभव जाने। उन्होंने कहा कि औषधीय पौधों की खेती लाभ का सौदा है, जिसमें किसान कम मेहनत व कम समय में अधिक फायदा ले सकते हैं। इन पौधों को जंगली जानवर भी किसी प्रकार का नुकसान नहीं पहुंचाते हैं तथा इससे किसान अपनी आमदनी बढ़ा सकते हैं।
किसान मेहनत करें तथा जिला प्रशासन उनकी हर प्रकार से मदद करने के लिए हमेशा तत्पर है। राघव शर्मा ने कहा कि ग्राम पंचायत बेहड़ जस्वां के साथ-साथ जिला में अन्य स्थानों पर भी किसानों के समूह बनाकर औषधीय पौधों की खेती को बढ़ावा देने का प्रयास किया जा रहा है।
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