Even after 11 years, the bridge has not yet been built, the foundation stone was laid in 2012

11 साल बीत जाने के बाद भी नहीं बन पाया पुल, 2012 में रखी गई थी आधारशिला

HNN / शिमला

दो सरकारों का कार्यकाल पूर्ण हो चुका है परंतु लखोटी के नीचे सिरमौर को जोड़ने वाली गिरी नदी पर वाहन योग्य पुल की 11 वर्षों से एक ईंट भी नहीं लग पाई है। गौर रहे कि जुन्गा क्षेत्र के डुब्लु-लखोटी-शरगांव मार्ग के गिरी नदी पर पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल द्वारा 20 अगस्त, 2012 को आधारशिला रखी गई थी जिसमें 75 मीटर स्पेन का पुल निर्मित किया जाना प्रस्तावित था ताकि बलोग पंचायत के लोगो को सीमा पर सिरमौर जिला के शरगांव इत्यादि क्षेत्र को पुल के माध्यम से जोड़ा जा सके।

हैरत है कि आज तक किसी भी सरकार ने बीते 11 वर्ष पूर्व सीएम द्वारा रखी गई पुल की आधारशिला कीे आज तक सुध तक नहीं ली। गौर रहे कि अगस्त, 2012 में पुल की आधारशिला रखी गई और दिसंबर में विधानसभा चुनाव होने पर सरकार बदल गई और यह पुल सियासी दंश का शिकार हो गया। बता दें कि इस क्षेत्र के लोगों को शरगांव जाने के लिए वाया गौड़ा होते हुए करीब 43 किलोमीटर का रास्ता तय करना पड़ता है जबकि पुल लगने से दूरी मात्र आठ किलोमीटर रह जाएगी।

क्षेत्र के लोगों का कहना है कि बिना बजट के विभाग के अधिकारियों ने पूर्व सीएम से पुल की आधारशिला रखवा दी गई थी। हालांकि कसुम्पटी के विधायक एवं वर्तमान में काबीना मंत्री अनिरूद्ध सिंह राणा ने इसे वर्ष 2015-16 के दौरान इस पुल को अपनी विधायक प्राथमिकता में डाला गया है परंतु आज तक इस पुल के निर्माण के लिए धनराशि का कोई प्रावधान नहीं किया गया है। लोगों को उम्मीद है कि वर्तमान सरकार इस पुल के लिए अवश्य धनराशि का प्रावधान करवाएगी।

किसान सभा के प्रदेशाध्यक्ष डाॅ. कुलदीप तंवर ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि गिरी नदी पर पुल के नाम पर रखा गया पत्थर कसुंपटी विस के विकास की वास्तविक तस्वीर बयां करती है । सहायक अभियंता लोनिवि जुन्गा गुरमेल चंद ने बताया कि इस पुल की करीब 11 करोड़ की डीपीआर बनाकर जनवरी 2022 को स्वीकृति हेतू सरकार को भेजी गई है ।


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