सिरमौर के बेरोजगार लगा पाएंगे अपना फूड प्रोसेसिंग यूनिट

फूड प्रोसेसिंग यूनिट के लिए उद्योग विभाग ने रखी कार्यशाला

HNN/ नाहन 

जिला सिरमौर के बेरोजगार युवक अब न केवल रोजगार पाएंगे बल्कि अपने साथ औरों को भी रोजगार दें पाने में सक्षम होंगे। जिला सिरमौर उद्योग विभाग द्वारा इसके लिए फ़ूड प्रोसेसिंग यूनिट लगाने के लिए योजना जारी की है। जिसके तहत जिला सिरमौर या हिमाचल में उगाए जाने वाले फल-फूलों आदि का संधान कर अपनी फैक्ट्री लगाई जा सकेगी। जिसके लिए उद्योग विभाग के द्वारा पीएमएफएमई योजना के अंतर्गत एक दिवसीय वर्क शॉप का भी आयोजन किया जाना सुनिश्चित किया गया है।

6 दिसंबर सोमवार को सुबह 11 बजे एसपी ऑफिस कॉन्फ्रेंस हॉल नाहन में इस वर्कशॉप का आयोजन रखा गया है। बड़ी बता यह है कि जो भी इच्छुक व्यक्ति अपने गांव या जिला में कही भी फ़ूड प्रोसेसिंग इंडस्ट्री लगाना चाहता है उनको तमाम तकनीकी जानकारियों सहित विपणन व्यवस्था के बारे में भी जानकारी दी जाएगी। उद्योग विभाग ने इच्छुक उम्मीदवारों के लिए इस वर्क शॉप में कृषि, बागवानी तथा बैंको के प्रतिनिधियों को भी बुलाया है।

इस बाबत जानकारी देते हुए महाप्रबंधक जिला सिरमौर उद्योग विभाग जीएस चौहान ने बताया कि इस मिशन को बढ़ावा देने के लिए पच्छाद, संगड़ाह तथा शिलाई ब्लॉक में तीन कृषि उत्पाद संघ जिसे एफपीओ कहा जाता है उसका गठन किया गया है। सोमवार को आयोजित की जाने वाली इस वर्क शॉप में इन्हे भी आमंत्रित किया गया है। बता दें कि हिमाचल प्रदेश सरकार बेरोजगार युवकों को रोजगार परक बनाने के लिए स्थानीय उत्पादों के संधान पर आधारित लघु उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए प्रेरित कर रही है।

जिला में जहां तराई के क्षेत्र में उम्दा किस्म के आम का प्रचुर मात्रा में पैदावार होती है तो वहीँ, एशिया की सबसे बड़ी पीच वेली भी जिला के राजगढ़ में है। इसके अलावा टमाटर, अदरक और अब तो सेब की पैदावार में भी सिरमौर बड़ी उपलब्धियां दर्ज कर रहा है। जिला सिरमौर में जहां बुरांश का फूल भी प्रचुर मात्रा में होता है तो वहीँ, जिला सिरमौर में ऑलिव की भी खेती की जताई है। बावजूद इन सबके यह सभी उत्पाद अभी सीधे बाज़ार में जाते है जिस कारण यहां के किसानों और बागवानों को इनका उचित दाम भी नहीं मिल पाता है।

अब यदि जिला सिरमौर के बेरोजगार युवक-युवतियां इन सभी उत्पादों पर आधारित छोटे या बड़े उद्योग लगाते है तो न केवल यहां के किसानों-बागवानों को अच्छे दाम मिलेंगे बल्कि यहां के बेरोजगार दूसरों को भी रोज़गार देने में सक्षम होंगे। लिहाज़ा, प्रदेश सरकार ने जिस प्रकार जिला के लिए फ़ूड प्रोसेसिंग यूनिट लगाते हुए युवा-युवतियों को प्रेरित किया है उससे निश्चित ही सिरमौर आने वाले वक्त में प्रदूषण मुक्त उद्योग क्रांति सिरमौर में लाएगा।


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