आदर्श अस्पताल संगड़ाह: करोड़ों खर्च के बाद भी डॉक्टर और सुविधाओं का टोटा
संगड़ाह/नाहन
सिरमौर जिले के संगड़ाह स्थित आदर्श अस्पताल में हालात दिन-ब-दिन बदतर होते जा रहे हैं। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत दो माह पूर्व स्थापित 35 लाख रुपये की अत्याधुनिक प्रयोगशाला उद्घाटन के बाद से ही ताले में बंद पड़ी है। मरीजों के लिए यह लैब सफेद हाथी बनकर रह गई है।
लिफ्ट और जनरेटर भी बेकार
5 मई 2022 को तत्कालीन मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर द्वारा उद्घाटित 10.5 करोड़ रुपये की लागत से बने इस अस्पताल में लगभग 30 लाख रुपये की लिफ्ट भी बंद पड़ी है। स्थानीय स्वास्थ्य अधिकारियों के अनुसार, जनरेटर की अनुपलब्धता के चलते लिफ्ट का संचालन नहीं हो पा रहा है।
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लैब चालू होने में देरी
खंड स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. अतुल भारद्वाज के अनुसार, प्रयोगशाला निर्माण करने वाली एचएलएल कंपनी ने अभी तक स्टॉक लिस्ट उपलब्ध नहीं करवाई है। वहीं, एचएलएल के अधिकारी सुनील कुमार का दावा है कि स्टॉक लिस्ट पहले ही स्वास्थ्य विभाग को सौंप दी गई है। इस विरोधाभासी बयानबाजी के चलते लैब चालू होने में और देरी हो रही है।
डॉक्टर और स्टाफ के पद खाली
अस्पताल को आदर्श स्वास्थ्य संस्थान का दर्जा तो मिल गया, लेकिन जमीनी हकीकत इससे कोसों दूर है। अस्पताल में स्वीकृत 10 डॉक्टरों के पदों में से 9 पद खाली पड़े हैं। पैरामेडिकल स्टाफ की भी आधी सीटें रिक्त हैं।
बुनियादी सुविधाओं का अभाव
लगभग एक लाख की आबादी वाले इस क्षेत्र के अस्पताल में अल्ट्रासाउंड और एक्स-रे जैसी बुनियादी सुविधाएं भी उपलब्ध नहीं हैं। मरीजों को मजबूरन निजी लैबों में जाकर महंगे दामों पर जांच करवानी पड़ रही है।
स्थानीय लोगों की मांग
स्थानीय लोगों ने सरकार और स्वास्थ्य विभाग से मांग की है कि अस्पताल में डॉक्टरों और पैरामेडिकल स्टाफ की नियुक्ति तुरंत की जाए। इसके अलावा, बंद पड़ी लैब और लिफ्ट को भी जल्द से जल्द चालू किया जाए, ताकि क्षेत्रवासियों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं मिल सकें।
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