HNN / शिमला
बीते दिनों होली के दौरान पंजाब से हिमाचल आए पर्यटकों द्वारा मोटर व्हीकल एक्ट का जमकर उल्लंघन किया गया। जिस पर संज्ञान लेते हुए हिमाचल प्रदेश पुलिस ने कानून कार्य वाही करते हुए ऐसे अनेक हुड़दंगियों के चालान किए तथा उनके वाहनों में लगे आपत्तिजनक तथा प्रतिबंधित झंडों को उतरवाया गया।
इन शरारती तत्वों द्वारा अपनी गलतियों को छुपाने के लिए पड़ोसी राज्य पंजाब में वापिस जाने के बाद गलत प्रचार किया गया कि हिमाचल प्रदेश में निशान साहिब की बेअदबी की गई है। जिसके चलते पंजाब के कुछ लोगों द्वारा लोगों की धार्मिक भावनाओं को भड़काने वाले धमकी भरे अनेकों वीडियो जारी कर वायरल किए गए ताकि इस माहौल का फायदा उठाकर अलगाववाद और अराजकता फैलाने का काम किया जा सके।
हिन्दू जागरण मंच हिमाचल प्रदेश ने ऐसे नोटिस देने का कड़ा विरोध कर कहा कि किसी भी संस्था को हिमाचल प्रदेश के लोकप्रिय मुख्यमंत्री को इस प्रकार के नोटिस देने का कोई औचित्य नहीं बनता। ऐसा करने से यह हिमाचल प्रदेश की जनता का अपमान किया जा रहा है। मंच ने कहा कि हम गुरु परंपरा का सम्मान करते हैं और वो हम सभी की सांझी विरासत है। हिमाचल के लोग सभी की धार्मिक भावनाओं का सम्मान करते हैं इसका सबसे बड़ा प्रमाण ये है कि हिमाचल के गुरुद्वारों में आज भी निशान साहिब शान से लहरा रहा है। परंतु हिमाचल में किसी भी देश विरोधी और अलगावादी गतिविधि को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
मंच ने अराजकता फैलाने के लिए हिमाचल के लोगों को धमकी देने वालो पर भी कार्यवाही की जानी चाहिए। पहाड़ी प्रदेश होने के नाते यहां दुर्घटनाएं होने का खतरा अधिक रहता है। इन्हीं असमायिक घटनाओं को रोकने के लिए प्रत्येक हिमाचलवासी मोटर व्हीकल एक्ट का पालन एवं अनुसरण कर पुलिस प्रसाशन का निरंतर सहयोग भी करते हैं। जिससे कि बीते कुछ वर्षों में हिमाचल प्रदेश में होने वाली सड़क दुर्घटनाओं में भी कमी आई है।
इसी के चलते पंजाब राज्य से आने वाले लोगों को भी रोका गया था और कुछ के चालान भी काटे गए थे। लेकिन जब वे वापिस पंजाब गए तो उन्होंने इसका गलत प्रचार किया कि हिमाचल प्रदेश में निशान साहिब की बेअदबी हो रही है। इस अफवाह का हम सिरे से खंडन करते हैं क्योंकि हम निशान साहिब और सिक्खी का पूर्ण सम्मान करते हैं लेकिन अलगाववाद के विरोध में हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के साथ कंधे से कंधा मिलाकर पूरी मजबूती से खड़े हैं।