मधुमक्खी पालन को स्वरोज़गार का साधन बनाने के लिए 8.56 करोड़ का…

HNN / सोलन

प्रदेश में मधुमक्खी पालन को स्वरोज़गार का साधन बनाने के लिए मुख्यमंत्री मधु विकास योजना आरम्भ की गई है। योजना के अन्तर्गत 15 करोड़ रुपए का प्रावधान किया गया है। प्रदेश में अब तक 6343 कृषकों को 8.56 करोड़ का उपदान प्रदान किया जा चुका है। यह जानकारी सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग से सम्बद्ध हिम सांस्कृतिक दल के कलाकारों द्वारा सोलन विधानसभा क्षेत्र की ग्राम पंचायत हिन्नर तथा रहेड़ आयोजित कार्यक्रमों में दी।

कसौली विधानसभा क्षेत्र की ग्राम पंचायत चामियां तथा सनावर में पर्वतीय लोक मंच दाड़वां के कलाकारों द्वारा गीत-संगीत एवं नुक्कड़ नाटकों के माध्यम से उपस्थित जनसमूह को प्रदेश सरकार की विभिन्न योजनाओं एवं कार्यक्रमों के बारे में अवगत करवाया गया। कलाकारों ने बताया कि मुख्यमंत्री मधु विकास योजना के अन्तर्गत 80 प्रतिशत उपदान दिया जा रहा है। यह उपदान मधुमक्खी वंशों, मधुमक्खी गृहों व मधुमक्खी पालन की सामग्री व उपकरणों पर प्रदान किया जाता है।

उन्होंने कहा कि योजना के अन्तर्गत 3783 मीट्रिक टन शहद का उत्पादन हुआ है तथा विभागीय मौन पालन केन्द्रों से लगभग 1200 मौन वंशों का बागवानों में वितरण किया गया है। कलाकारों ने उपस्थित जनसमूह को नशे के दुष्प्रभावों के बारे में जानकारी प्रदान की। लोगों को बताया गया कि हमारे युवाओं का पूरी तरह स्वस्थ एवं जागरूक होना आवश्यक है। यह तभी हो सकता है जब हमारे युवा नशे को न कहना सीखेंगे। कलाकारों ने बताया अभिभावकों को चाहिए वे अपने बच्चों की हर गतिविधि पर नजर रखें।



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