HNN/ शिमला
भारत की जनवादी नौजवान सभा हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय तथा शिक्षण संस्थानों में हो रही हिंसा का विरोध किया है। एक ओर जहां इतने लंबे समय बाद शिक्षण संस्थानों को छात्रों के लिए खोला गया है वहीं दूसरी ओर शिक्षण संस्थानों में बढ़ रही हिंसा को रोकने में पूरी तरह प्रदेश सरकार व पुलिस प्रशासन नाकाम है।
राज्य सचिव चंद्रकांत वर्मा ने बताया कि प्रदेश विश्वविद्यालय में छात्रों की लड़ाई को जाति धर्म समुदाय के नाम पर रंग देने का काम कुछ नेता कर रहे हैं जिसका भारत की जनवादी नौजवान सभा विरोध करती है। प्रदेश में लगातार शिक्षण संस्थानों में इस प्रकार की घटनाएं कहीं ना कहीं लोगों को आपस में बांटने का कार्य कर रहे हैं।
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हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय की अगर बात की जाए तो वहां पर छात्र संगठनों द्वारा लगातार अपनी मांगों को लेकर आंदोलन किए जाते हैं तथा जिसका सीधा प्रभाव छात्रों की मांगों पर भी पड़ता है। इसी प्रकार से छात्र संगठनों की लड़ाई को राजनीतिक रूप देना सही नहीं है उन्हें जनजातिय छात्रों के नाम पर बांटने की कोशिश भारत की जनवादी नौजवान सभा स्वीकार नहीं करेगी।
बताया कि भारत की जनवादी नौजवान सभा यह मांग करती है कि प्रदेश भर कि शिक्षण संस्थानों में हो रही हिसात्मक घटनाओं पर रोक लगाने का कार्य करें। अन्यथा भारत की जनवादी नौजवान सभा प्रदेश भर में अपने आंदोलन को प्रदेश सरकार के खिलाफ तेज करेगी।
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