HNN / नाहन
जिला सिरमौर के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में लहसुन की फसल अज्ञात बीमारी की चपेट में आ गई है। आशंका जताई जा रही है कि इस प्रमुख नकदी फसल को ब्लाइट नामक रोग ने जकड़ लिया है। ऐसे में किसानों की चिंता बढ़ गई है। हैरानी इस बात की है कि अब तक किसान 3-4 चार बार लहसुन की फसल में दवाइयों का छिड़काव कर चुके हैं। स्थानीय किसान सुरेश कुमार, दीपक चौहान, रमेश और दयानंद का कहना हैं कि लहसुन उनकी मुख्य नगदी फसल है और उनकी आजीविका का साधन इसी पर निर्भर है।
उन्होंने कहा कि गत कई दिनों से लहसुन ब्लाइट नामक रोग की चपेट में है, जिसके चलते कई क्षेत्रों में लहसुन की फसल बर्बाद होने की कगार पर है। उन्होंने बताया कि फसलों को बचाने के लिए अब तक वह 3-4 बार भारी-भरकम खर्च कर लहसुन की फसल में दवाइयों का छिड़काव कर चुके हैं। लेकिन बावजूद अभी तक रोग पर नियंत्रण नहीं पाया जा सका है।
गौरतलब है कि हिमाचल में लहसुन का सबसे अधिक उत्पाद जिला सिरमौर में होता है। जिला सिरमौर में वर्ष 2019-20 में 3734 हेक्टेयर भूमि पर लहसुन का उत्पादन किया गया था। 2019-20 में जिला सिरमौर में प्रदेश में सर्वाधिक 57205 मीट्रिक टन लहसुन का उत्पादन हुआ था। लहसुन के बीमारी की चपेट में आने के बाद किसानों की यह नकदी फसल बर्बाद होने की कगार पर पहुंच गई है।