HNN / ऊना, वीरेंद्र बन्याल
हिमाचल एडस कंट्रोल सोसाईटी शिमला की ओर से आरके कला मंच चिंतपूर्णी के कलाकारों ने बस अड्डा अंब तथा बस अड्डा चिंतपुर्णी जबकि पूर्वी कलामंच, जलग्रां के कलाकारों ने इंडियन ऑयल टर्मिनल पेखूबेला और टैक्सी स्टेंड मैहतपुर में लोगों को नुक्कड़ नाटक व गीत संगीत के माध्यम से एचआईवी एड्स के कारणों तथा इससे बचाव के उपायों बारे विस्तृत जानकारी प्रदान की।
कलाकारों ने बताया कि एड्स एचआईवी संक्रमित व्यक्ति के साथ यौन सम्पर्क से होता है। एचआईवी संक्रमित सिरिंज व सूई का दूसरो के द्वारा प्रयोग करने से, एचआईवी संक्रमित मां से शिशु को जन्म से पूर्व, प्रसव के समय या प्रसव के शीघ्र बाद तथा एचआईवी संक्रमित अंग प्रत्यारोपण से यह संक्रमण फैलता है। उन्होंने बताया कि असुरक्षित यौन संबंधों से बचें। मादक औषधियों के आदी व्यक्ति के द्वारा उपयोग में ली गई सिरिंज व सूई का प्रयोग न करें।
एड्स पीडित महिलाएं गर्भधारण न करें, क्योंकि उनसे पैदा होने वाले शिशु को यह रोग लग सकता है। रक्त की आवश्यकता होने पर अनजान व्यक्ति का रक्त न लें और सुरक्षित रक्त के लिए एचआईवी जांच किए रक्त ही ग्रहण करें। डिस्पोजेबल सिरिन्ज एवं सूई तथा अन्य चिकित्सीय उपकरणों का 20 मिनट पानी में उबालकर जीवाणु रहित करके ही उपयोग करें तथा दूसरे व्यक्ति का प्रयोग में लिया हुआ ब्लेड/पत्ती का प्रयोग न करें।