Genie and Johnny workers waiting for justice for 10 months

जिनी एंड जॉनी के कामगार 10 महीने से इंसाफ के इंतजार में

इंटक प्रदेशाध्यक्ष बबलू पंडित के साथ गेट मीटिंग कर बनाई आगामी रणनीति

HNN /बद्दी

जिनी एंड जॉनी के कर्मचारियों ने इंटक प्रदेशाध्यक्ष के साथ गेट मीटिंग झंडा बदला और आगामी रणनीति तैयार की। गौरतलब है कि उद्योग के 100 से अधिक कर्मचारी अपने हक और इंसाफ के लिए पिछले 10 महीने से लड़ाई लड़ रहे हैं। जिसके चलते अब कामगारों को भूखे मरने की नौबत आ गई है। कई महीनों से सडक़ पर बैठकर आंदोलन करने वाली सभी कर्मचारियों को अब न्यायालय से इंसाफ की उम्मीद है।

जिनी एंड जॉनी कर्मचारी संघ की प्रधान पूनम राणा ने बताया कि उद्योग ने झाड़माजरी से अपना प्लांट बंद कर दिया। उद्योग से निकाले गए 100 से अधिक कर्मचारियों का न तो हिसाब किया और न ही उनका हक उन्हें दिया। जिसके चलते पिछले 10 महीनों से जिनी एंड जानी उद्योग के कर्मचारी सडक़ पर बैठक प्रदर्शन कर रहे हैं। इतना ही नहीं करवा चौथ के दिन भी महिलाओं ने सरकार, प्रशासन और उद्योग के खिलाफ प्रदर्शन किया था। लेकिन बावजूद इसके सरकार और प्रशासन के कान पर जूं तक नहीं रेंगी।

इंटक प्रदेशाध्यक्ष बबलू पंडित ने कहा कि जयराम सरकार मूकवधिरों की सरकार है और आम जनता इनसें किसी भी तरह के इंसाफ की उम्मीद छोड़ थे। बबलू पंडित ने कहा कि कामगारों का मामला उच्च न्यायालय में विचाराधीन है और न्यायालय के इंसाफ पर ही कामगारों की उम्मीद टिकी है। कामगारों ने आज जहां झंडा बदला वहीं आगामी रणनीति पर भी विचार विमर्श किया।

इस मौके पर इंटक प्रदेशाध्यक्ष बबलू पंडित के साथ बीबीएन यूथ इंटक अध्यक्ष अजय कोहली, यूथ इंटक महासचिव मनीष कुमार, जिनी एंड जॉनी कर्मचारी संघ की प्रधान पूनम राणा, प्रेम लता, वीना देवी, पार्वती, अवतार, राम कुमार, महेंद्र, राम भरोसे, संतोष, नेहा, सोनी, नीलम, वीभा, मोनू, हरनेक सिंह, मोनू, अमरेश, निशा, नीरू, त्रिपता, मनीष, लक्ष्मी, संदीप, जितेंद्र, अंजू, मोहनी, चमन, कालिका, सौरव, गीता, निधी, सत्या समेत अन्य कामगार उपस्थित रहे।