राजीव ठाकुर बोले, बच्चों को अनुशासन सिखाने से पहले खुद अनुशासित होना है जरूरी
नाहन :
प्राथमिक शिक्षा विभाग में अनुशासन और गुणवत्ता सुनिश्चित करने के उद्देश्य से वीरवार को उपनिदेशक एलीमेंट्री एजुकेशन राजीव ठाकुर ने खंड प्रारंभिक शिक्षा अधिकारी (बीपीओ) कार्यालय, नाहन का औचक निरीक्षण किया।
हमारे WhatsApp ग्रुप से जुड़ें: Join WhatsApp Group
सुबह ठीक 10:00 बजे उपनिदेशक राजीव ठाकुर के कार्यालय पहुंचने पर खुशी जाहिर की गई कि खंड प्रारंभिक शिक्षा अधिकारी समेत कार्यालय के सभी कर्मचारी एवं अधिकारी मौके पर उपस्थित मिले।
अधिकारियों को दिया अनुशासन का पाठ
राजीव ठाकुर ने कर्मचारियों की उपस्थिति पर संतोष व्यक्त करते हुए कहा कि,बच्चों को अनुशासन सिखाने से पहले खुद अनुशासित होना जरूरी है। उन्होंने अधिकारियों और कर्मचारियों को समय की पाबंदी और कार्य के प्रति समर्पण बनाए रखने का सख्त संदेश दिया।
खास बात तो ये रही कि जिस समय उपनिदेशक अचानक निरीक्षण पर पहुंचे तो उस समय बीपीओ कार्यालय में शिक्षा खंड नाहन के सभी केंद्रीय मुख्य शिक्षकों की एक महत्वपूर्ण बैठक चल रही थी। उपनिदेशक ने इस अवसर का लाभ उठाते हुए सभी शिक्षकों को संबोधित किया और शिक्षा विभाग की विभिन्न गतिविधियों संबंधी महत्वपूर्ण निर्देश दिए।
राजीव ठाकुर ने केंद्रीय मुख्य शिक्षकों को पाठशाला निरीक्षण को सर्वोच्च महत्व देने के लिए निर्देशित किया। उन्होंने स्पष्ट कहा कि प्रत्येक केंद्रीय मुख्य शिक्षक अपने अधीन आने वाली प्रत्येक पाठशाला का महीने में कम से कम दो बार अवश्य निरीक्षण करेंगे।
निरीक्षण के दौरान बच्चों के सामान्य ज्ञान, विषय ज्ञान, पाठशाला परिसर की स्वच्छता, शौचालय की व्यवस्था और भवन की स्थिति की जांच करना अनिवार्य होगा। शिक्षकों को यह भी निर्देश दिए गए कि वे आवश्यकतानुसार वहां कार्यरत अध्यापकों को उचित मार्गदर्शन भी प्रदान करें।
उन्होंने कहा कि यदि पाठशाला में कोई मरम्मत कार्य या अन्य आवश्यकता है, तो केंद्रीय मुख्य शिक्षक उसे खंड प्रारंभिक शिक्षा अधिकारी के माध्यम से विभाग को सूचित करेंगे ताकि समय पर कार्य करवाया जा सके।
राजीव ठाकुर ने निर्देशित किया कि निरीक्षण के दौरान यह भी जांच की जाए कि क्या पाठशाला में आईसीटी के डिवाइसेज का दैनिक रूप में प्रयोग हो रहा है या नहीं साथ ही क्या लाइब्रेरी की किताबें बच्चों को दी जा रही हैं, तथा उनका रिकॉर्ड मेंटेन है या नहीं।
साथ ही यह भी जांच की जाए कि क्या पाठशाला में बच्चों का मेडिकल हेल्थ चेकअप हुआ है या नहीं। इसके साथ ही यह भी देखें कि सरकार के द्वारा जारी निर्देशों के अनुसार, बच्चों की प्राइमरी स्कूलों में मीडियम आफ इंस्ट्रक्शन जो है वह अंग्रेजी है, क्या इसको प्रयोग में लाया जा रहा है या नहीं।

इसके अलावा, निरीक्षण करें कि स्कूल का सभी रिकॉर्ड एवं रजिस्टर्स का रखरखाव ‘अप टू डेटेड’ है या नहीं।
बैठक में उपस्थित सभी केंद्रीय मुख्य शिक्षकों को यह सुनिश्चित करने के लिए भी निर्देशित किया गया कि शिक्षा खंड नाहन के सभी पाठशाला तंबाकू मुक्त विद्यालय का प्रमाण पत्र प्राप्त कर लें एवं प्रत्येक पाठशाला में ऑनलाइन पोर्टल पर जाकर आपदा प्रबंधन योजना भी पूर्ण कर ले।
साथ ही यह भी निर्देशित किया गया है कि पाठशाला परिसर में अध्यापक यह सुनिश्चित करेंगे कि कोई भी गाय, बैल, कुत्ता आदि जानवर स्कूल की बाउंड्री के अंदर विद्यालय परिसर में न आए, जिससे कि बच्चों को कोई नुकसान न पहुंचे।
📢 लेटेस्ट न्यूज़
हमारे WhatsApp ग्रुप से जुड़ें
ताज़ा खबरों और अपडेट्स के लिए अभी हमारे WhatsApp ग्रुप का हिस्सा बनें!
Join WhatsApp Group





