बनोग-धारक्यारी मार्ग अब वैकल्पिक बाईपास के रूप में बनेगा, जिससे नाहन शहर को भारी ट्रैफिक दबाव से राहत मिलेगी। 12 करोड़ 36 लाख रुपये की परियोजना के लिए टेंडर प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।
नाहन
दशकों पुराना बनोग-धारक्यारी मार्ग अब बनेगा वैकल्पिक बाईपास
आज़ादी के बाद नाहन शहर को मिलने जा रहा है वैकल्पिक बाईपास, टेंडर प्रक्रिया हुई शुरू
विधायक अजय सोलंकी ने स्वीकृत करवाया 12 करोड़36 लाख का बजट, गिफ्ट डीड की अड़चन भी हुई दूर
दशकों से नाहन विधानसभा क्षेत्र का राजनीतिक मुद्दा रहा बनोग-धारक्यारी मार्ग अब वैकल्पिक बाईपास के रूप में बनने जा रहा है। इस वैकल्पिक मार्ग के बनने में जहां पहले आर्मी-सिविलियन विवाद दशकों तक बना रहा, वहीं तमाम क्लीयरेंस के बाद जाम्बल का बाग सिंम्बलवाला में करीब 9 गिफ्ट डीड के चलते निर्माण कार्य बाधित हो गया था।
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विधायक अजय सोलंकी के प्रयासों से दूर हुईं सभी बाधाएँ
विधायक अजय सोलंकी मुख्यमंत्री से इस धारक्यारी रोड के लिए एक-दो वर्ष पूर्व ही पक्की सड़क बनाने के लिए बजट स्वीकृत करवा चुके थे। बावजूद इसके जाबल का बाग से आगे कांशीवाला तक की कनेक्टिविटी में करीब 9 गिफ्ट डीड न होने के चलते निर्माण कार्य नहीं हो पाया था।
बीते शनिवार को विधायक स्वयं सिंम्बलवाला गांव में संबंधित भूमि स्वामियों से मिले और गिफ्ट डीड से जुड़ी परेशानियों को दूर करने में सफल रहे। इसके साथ ही अन्य विभागीय औपचारिकताएँ भी लगभग पूरी करवा दी गई हैं।
लोक निर्माण विभाग जल्द करेगा टेंडर आमंत्रित
लोक निर्माण विभाग अब इस वैकल्पिक बाईपास के लिए टेंडर आमंत्रित करने जा रहा है। माना जा रहा है कि अगले पांच-छह दिनों के भीतर इस सड़क के निर्माण को लेकर टेंडर प्रक्रिया पूरी हो जाएगी।
12 करोड़ 36 लाख से बनेगी 8.770 किलोमीटर लंबी सड़क
बनोग से वाया जाबल का बाग होते हुए सब्जी मंडी कांशीवाला तक इस सड़क को मेटल करने के लिए 12 करोड़ 36 लाख रुपये स्वीकृत किए जा चुके हैं। यह सड़क लगभग 8 किलोमीटर 770 मीटर लंबी होगी।
नाहन पंचायत के धारक्यारी क्षेत्र के 10-12 ग्रामीण इलाकों को अब तक पैदल चलने योग्य सड़क भी नसीब नहीं थी, जिसे यह परियोजना दूर करेगी।
आर्मी भूमि विवाद और सुरंग योजना भी रही बाधा
इस सड़क के निर्माण में सबसे बड़ी बाधा आर्मी की भूमि को लेकर थी। पूर्व में सैकड़ों डिपुटेशन के बाद यह विवाद सुलझा था। वहीं नाहन शहर के नीचे से सुरंग बनाने की योजना भी तैयार हुई थी, लेकिन वह सिरे नहीं चढ़ सकी।
इसके साथ ही शिमला से नाहन की ओर आने वाले एनएच-907ए की कनेक्टिविटी शहर से आगे एनएच-06 से नहीं हो पा रही थी, जिसे यह बाईपास सुचारू करेगा।
शहर को मिलेगा ट्रैफिक और तनाव से स्थायी समाधान
इस अल्टरनेटिव बाईपास के बनने से नाहन शहर को भारी ट्रैफिक दबाव और मानसिक तनाव से बड़ी राहत मिलेगी। इसे नाहन विधानसभा क्षेत्र की सबसे बड़ी उपलब्धियों में से एक माना जा रहा है।
विधायक और अधिकारियों ने दी पुष्टि
विधायक अजय सोलंकी ने कहा कि इस वैकल्पिक बाईपास मार्ग के लिए सभी बाधाएँ अब दूर हो चुकी हैं और चुनाव के समय किया गया पक्की सड़क का वादा पूरा किया गया है।
नाहन पंचायत के पूर्व प्रधान बाबूराम व स्थानीय निवासियों ने इस परियोजना के लिए विधायक का आभार व्यक्त किया।
अधिशासी अभियंता आलोक जवनेजा ने भी पुष्टि की कि गिफ्ट डीड से जुड़ी समस्या हल हो चुकी है और लोक निर्माण विभाग जल्द ही टेंडर प्रक्रिया शुरू करेगा।
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