HNN/शिमला
हिमाचल हाईकोर्ट ने राज्य में सैंपल फेल होने के बावजूद दवाइयों की बिक्री पर सरकार के ड्रग कंट्रोलर से रिपोर्ट तलब की है। हाईकोर्ट ने घटिया दवाइयों की मैन्युफैक्चरिंग पर सरकार को फटकार लगाई और पूछा कि सैंपल फेल होने के बावजूद दवाइयां कैसे बिक रही हैं।
ड्रग कंट्रोलर ने अदालत को बताया कि नमी, तापमान, पैकिंग और ट्रांसपोर्ट के दौरान दवाइयां खराब हो जाती हैं। अदालत ने नाराजगी जताई और पूछा कि दवाइयों को मार्केट में लाने से पहले कितनी बार टेस्टिंग की जाती है। सरकार केंद्र के साथ वर्ष में एक बार संयुक्त जांच करती है, जबकि नियमानुसार हर महीने जांच होनी चाहिए।
महाधिवक्ता अनूप रत्न ने बताया कि घटिया दवाई निर्माताओं पर कार्रवाई की जा रही है और प्रदेश में 10 निजी और दो सरकारी लैब हैं, जिनमें से सात सब-स्टैंडर्ड पाई गई हैं। सरकार ने कुछ के खिलाफ मामले दर्ज किए हैं और नियमानुसार कार्रवाई की जा रही है।