HNN/ शिमला
हिमाचल प्रदेश यूनिवर्सिटी में पुलिस ने सुरक्षा नियमों का हवाला देते हुए पीएम नरेंद्र मोदी पर बीबीसी की विवादित डॉक्यूमेंट्री की स्क्रीनिंग रोक दी है। एचपीयू में पिंक पैटल पर ये डॉक्यूमेंट्री दिखाने के लिए एसएफआई कार्यकर्ता अड़े हुए थे, लेकिन बाद में पुलिस के समझाने पर स्क्रीन को हटा दिया गया। वहीं, विवि प्रशासन ने एस एफ आई के छात्र नेताओं को स्क्रीनिंग की परमिशन देने से पहले ही इनकार कर दिया था।
बावजूद इसके शाम को डॉक्यूमेंट्री की स्क्रीनिंग शुरू हुई। करीब 19 मिनट तक डॉक्यूमेंट्री दिखाए जाने के बाद पुलिस हरकत में आई और प्रोजेक्टर के लिए लगाई गई स्क्रीन को हटा दिया। उधर, एबीवीपी के प्रांत मंत्री आकाश नेगी ने बताया कि बीबीसी डॉक्यूमेंट्री औपनिवेशिक मानसिकता के पिछलग्गूपने और हीनताबोध का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि डॉक्यूमेंट्री के बहाने शिक्षण संस्थानों में अराजकता का माहौल पैदा करने का काम किया जा रहा है।
भारतीय न्याय व्यवस्था ने गुजरात दंगों के विषय पर स्पष्ट निर्णय दिया है तथा लोकतांत्रिक ढंग से जिसपर तथ्याधारित विचारों ने स्थिति को पूर्णतया स्पष्ट कर दिया है, उस स्थिति को बीबीसी डॉक्यूमेंट्री तोड़मरोड़ कर प्रस्तुत करने का प्रयास करती है। उन्होंने प्रशासन को चेतावनी दी है कि अगर इस विवादित डॉक्यूमेंट्री को दिखाया गया तो वे इसका विरोध करेंगे।