HNN/शिमला
अक्टूबर में हिमाचल प्रदेश देश में एकमात्र ऐसा राज्य है जहां मटर की फसल होती है। इसके कारण हिमाचल के हरे मटर की मुंबई और अहमदाबाद में भारी मांग है। बाहरी राज्यों में मटर की मांग बढ़ने से किसानों को दाम भी अच्छे मिल रहे हैं। शिमला की ढली सब्जी मंडी में रोहडू, कोटखाई, करसोग और मंडी से मटर की खेप पहुंच रही है, जहां किसानों को मटर के 50 से 130 रुपये प्रतिकिलो तक थोक दाम मिल रहे हैं।
हिमाचल में शिमला, सोलन, कुल्लू, मंडी और किन्नौर जिलों में मटर की पैदावार होती है। शिमला की मंडियों में अकेले हर साल 100 करोड़ से अधिक का कारोबार रहता है, जबकि प्रदेशभर में मटर का कारोबार 700 करोड़ के करीब रहता है। हिमाचल में रबी सीजन में होने वाले बेमौसमी मटर की महानगरों में अधिक मांग रहती है, खासकर फाइव स्टार होटलों में।
ढली सब्जी मंडी आढ़ती एसोसिएशन के सचिव बिट्टू वर्मा ने बताया कि ढली सब्जी मंडी से रोजाना बाहरी राज्यों की मंडियों में 200 से 300 क्विंटल मटर भेजा जा रहा है। हिमाचल का मटर देखने में चमकदार और आकर्षक होने के साथ सबसे ज्यादा पौष्टिक है, जिसके कारण इसकी मांग अधिक है।