HNN/ शिमला
हिमाचल प्रदेश में लोगों के स्वास्थ्य के साथ एक बार फिर से खिलवाड़ हुआ है। प्रदेश में बनी दवाओं के सैंपल फेल पाए गए हैं जिससे लोगों में भी हड़कंप मच गया है। बता दें कि जिन दवाओं के सैंपल फेल हुए हैं यह दवाएं प्रदेश के जिला सिरमौर और सोलन में बनी है। वही दवाओं के सैंपल फेल पाए जाने के बाद ड्रग विभाग भी अलर्ट मोड पर आ चुका है। बता दें, देशभर की 83 दवाओं के सैंपल फेल हुए है जिससे से 27 दवाएं हिमाचल प्रदेश में बनीं है। हिमाचल के कालाअंब की एक ही कंपनी निक्सी लैबोरेटरी के 14 सैंपल फेल हुए हैं।
इन दवाओं के सैंपल हुए फेल
सोलन के बद्दी की एंज लाइफ साइंस की उच्च रक्तचाप की टेलमीसार्टन और बुखार के पैरासिटामोल, बद्दी की मोरपिन लैबोरेटरी की जिंक की कमी को दूर करने वाले जिरकोफाइन के दो सैंपल, सोलन के सीबी हेल्थकेयर की संक्रमण की दवा जेनमेक्स प्लस के दो सैंपल, बद्दी के मानपुरा स्थित अल्ट्रा ड्रग कंपनी की संक्रमण की सेफ्पोडॉक्सिम, झाड़माजरी की यूनिटेल फार्मुलेशन कंपनी की निमोनिया के सेफ्ट्रियक्सोने इंजेक्शन, झाड़माजरी की गोपाल लाइफ साइंस की बुखार की दवा पैरासिटामोल, बद्दी की हिल्लर लैब कंपनी की अल्सर की दवा रेबेप्राजोल के सैंपल फेल हुए हैं।
इसके अलावा जिला सिरमौर के पांवटा की जी लैबोरेटरी की दौरे और दर्द की दवा गाबापेंटिन, बद्दी की हिल्लर लैबोरेटरी की जोड़ों की दर्द की टॉलपेरीसोन, झाड़माजरी स्थित स्कॉडेडिल फार्मा कंपनी की कब्ज की दवा बिसाकोडाइल और सिरमौर जिले के कालाअंब के ओगली स्थित कंपनी निक्सी लैबोरेटरी की जनरल एनेस्थीसिया की दवा प्रोपोफोल के सैंपल फेल हुए हैं।
उधर, राज्य दवा नियंत्रक नवनीत मरवाह ने बताया कि नवंबर में देशभर से 1,487 दवाओं के सैंपल लिए थे। इनमें 83 दवाओं के सैंपल फेल हो गए हैं। इनमें सोलन के 12 और सिरमौर के 15 सैंपल शामिल हैं। विभाग ने इस कंपनी का प्रोडक्ट लाइसेंस रद्द कर दिया है।