शिमला
आईजीएमसी, टांडा और पीजीआई चंडीगढ़ को मिलेगा फंड, स्वास्थ्य सेवाओं को मिलेगी गति
राज्य सरकार ने हिमकेयर योजना के तहत लंबित भुगतान को लेकर एक बड़ा कदम उठाया है। सरकार ने वित्त और योजना विभाग की मंजूरी के बाद तीन प्रमुख चिकित्सा संस्थानों के लिए 40 करोड़ रुपये जारी किए हैं। यह राशि हिमकेयर के तहत देरी से चल रहे भुगतान को निपटाने के लिए स्वीकृत की गई है।
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तीन अस्पतालों को मिला आर्थिक संबल
जिन अस्पतालों को यह राशि जारी की गई है, उनमें आईजीएमसी शिमला, डॉ. राजेंद्र प्रसाद मेडिकल कॉलेज टांडा और पीजीआई चंडीगढ़ शामिल हैं। आईजीएमसी और टांडा को 15-15 करोड़ रुपये जबकि पीजीआई चंडीगढ़ को 10 करोड़ रुपये दिए जाएंगे। स्वास्थ्य विभाग जल्द ही इस राशि को संबंधित संस्थानों को जारी करेगा।
426 करोड़ रुपये की कुल पेंडेंसी
स्वास्थ्य विभाग के अनुसार हिमकेयर और आयुष्मान भारत योजनाओं के अंतर्गत कुल लंबित राशि 426 करोड़ रुपये है। इसमें 124 करोड़ रुपये की पेंडेंसी निजी अस्पतालों की भी है। राज्य सरकार ने अभी निजी अस्पतालों को डायलिसिस जैसी जरूरी सेवाएं जारी रखने की अनुमति दे रखी है।
राज्य सरकार के प्रयासों को मिल रही गति
स्वास्थ्य विभाग ने इस मुद्दे को वित्त विभाग के समक्ष उठाया था, जिसके बाद यह मंजूरी संभव हो सकी। इससे प्रदेश के प्रमुख अस्पतालों को आर्थिक राहत मिलेगी और इलाज में आने वाली अड़चनें दूर होंगी।
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