Share On Whatsapp

HNN/ शिमला

सुनील उपाध्याय एजुकेशनल ट्रस्ट के प्रतिनिधिमंडल ने राज्यपाल राजेन्द्र विश्वनाथ अर्लेकर से शिष्टाचार भेंट कर ट्रस्ट द्वारा समाज में किए जा रहे सेवा कार्य (रक्तदान शिविर, वस्त्र बैंक, निशुल्क भोजन व्यवस्था, योग शिविर, निशुल्क ऑनलाइन कोचिंग कक्षाएं, राशन वितरण इत्यादि) विषय के सम्बंध में अवगत कराया व हिमाचल में बढ़ते नशे की समस्याओं को लेकर विचार विमर्श भी किया गया।

ट्रस्ट सचिव डॉ सुरेंद्र शर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि शनिवार को ट्रस्ट का प्रतिनिधिमंडल राज्यपाल से मिला और विभिन्न विषयों पर चर्चा की। हमने राज्यपाल को बताया कि ट्रस्ट समाज में किस तरह सेवा कार्य करता है। सुनील उपाध्याय एजुकेशनल ट्रस्ट का गठन वर्ष-2016 में हुआ जिसमें शोधार्थी छात्र और कुछ एक शिक्षाविद है जो निरंतर समाज के उत्थान के लिए समाज के रखरखाव के लिए दिन-रात समाज सेवा में प्रयासरत है।

इससे पूर्व भी अपने स्थापना काल से ही ट्रस्ट ने अनेकों समाजिक कार्यों के माध्यम से समाज में अपनी पहचान बनाई है और सामाजिक सेवाओं में समाज को एक नई दिशा देने का कार्य किया है। बात चाहे कोरोना मरीजों को घर तक निशुल्क भोजन सेवा पहुंचाने की हो या फिर लॉकडाउन के चलते शिमला के नजदीकी स्थानों में 13 बार रक्तदान शिविर आयोजित करने की। सर्दी में यह संस्था गरीबों और जरूरतमंदों को गर्म वस्त्र और कंबल निशुल्क दान करती है।

ट्रस्ट ने इस कोरोना संकट में विभिन्न प्रकार के सेवा कार्य जैसे कि वस्त्र बैंक लगाकर जरूरतमंदों को वस्त्र वितरण करना, कोरोना मरीजों के लिए निशुल्क भोजन सेवा चलाना, कोरोना महामारी के दौरान रक्त की पूर्ति हेतु रक्तदान शिविरों का आयोजन करना, जरूरतमंद लोगों को राशन वितरण करना आदि कई प्रकार के सेवा कार्य करवाए गए हैं। सुनील उपाध्याय एजुकेशनल ट्रस्ट का एकमात्र उद्देश्य मानव सेवा करना है।

सुरेंद्र शर्मा ने बताया कि हमने हिमाचल में बढ़ते नशे के प्रभाव को लेकर राजपाल से चर्चा की जिसमें बताया कि नशे के खिलाफ सभी संगठनों को एकजुट होकर नशे को खत्म करने के लिए एक पहल करनी चाहिए। राज्यपाल ने ट्रस्ट द्वारा कोरोना महामारी के दौरान किए गए सेवा कार्य की सराहना करते हुए ट्रस्ट के सभी कार्यकर्ताओं को बधाई दी।

Share On Whatsapp