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सिरमौर में नवजात बच्ची की मौत मामले में सामने आई ये बात , 23 को बुलाई AEFI की बैठक

Published ByPARUL Date Nov 22, 2024

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Himachalnow/नाहन

जिला सिरमौर में जुड़वा नवजात शिशुओं में से एक बच्ची की संदिग्ध मौत मामले में स्वास्थ्य विभाग गहनता से जांच कर रहा है।विभाग की मानें तो नवजात बच्ची की मौत टीकाकरण के ओवरडोज से नहीं हुई है।फिलहाल, अब भी बच्ची की मौत पर संशय बरकरार है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत के असल कारणों का खुलासा हो पाएगा।

उधर, मामले की गंभीरता के मद्देनजर स्वास्थ्य विभाग ने 23 नवंबर को एडवर्स इवेंट्स फॉलोइंग इम्यूनाइजेशन (AEFI) की जिला स्तरीय कमेटी की बैठक बुलाई है।ये कमेटी मिलकर इस गंभीर मुद्दे पर फैसला करेगी। दूसरी तरफ मृत नवजात बच्ची के जुड़वा भाई की हालत ठीक है।वह अस्पताल में भर्ती है।गौरतलब है कि संगड़ाह उपमंडल के तहत गत सोमवार को खूड़ द्राबिल में नवजात शिशुओं का टीकाकरण किया गया था।इसी बीच जुड़वा शिशुओं को भी राष्ट्रीय टीकाकरण कार्यक्रम के तहत टीका लगाने लाया गया था।

इसके बाद दोनों नवजात बच्चों की अचानक तबीयत बिगड़ गई. जुड़वां भाई-बहन में से एक ने नाहन मेडिकल कॉलेज पहुंचने से पहले ही दम तोड़ दिया। इसके बाद पुलिस ने बच्ची के शव का पोस्टमार्टम करवाया।बता दें कि द्राबिल गांव की एक महिला ने गत 5 सितंबर को इन जुड़वां बच्चों को जन्म दिया था। अस्पताल से छुट्टी मिलने के बाद महिला अपने नवजात बच्चों के साथ गांव लौट गई थी। इसके बाद दोनों बच्चों को टीकाकरण के लिए खूड़ द्राबिल लाया गया।घटना के बाद संबंधित टीके और उसके बैच से संबंधित सैंपल लिए गए हैं।उधर, इस मामले में मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. अजय पाठक ने कहा कि मामले में यह कहा जा रहा है कि पहले दोनों नवजात बच्चों का मेडिकल कॉलेज में टीकाकरण किया गया था और बाद में संबंधित क्षेत्र में टीकाकरण किया गया, लेकिन ऐसा नहीं है।

पहली बार ही खूड़ द्राबिल में शेडयूल के मुताबिक टीकाकरण किया गया।उन्होंने बताया कि प्रीमेच्योर होने की वजह से पहले बच्चा मेडिकल कॉलेज नाहन में भी भर्ती रहा। डिस्चार्ज होने के बाद शेड्यूल के मुताबिक ही टीकाकरण की सलाह दी गई थी और इसी के अनुसार टीकाकरण भी किया गया।उन्होंने बताया कि मामले की गंभीरता को देखते हुए शुरुआती जांच के बाद अब भारत सरकार के इस तरह के मामलों में निर्धारित नियमों के मुताबिक ही एईएफआई की जिला स्तरीय कमेटी की बैठक बुलाई गई है और यही कमेटी इस मामले में फैसला लेगी। सीएमओ ने यह भी कहा कि वैक्सीनेशन पूरी तरह से सुरक्षित है।अधिक जानकारी कमेटी की बैठक के बाद ही साझा की जा सकेगी।

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