HNN/ काँगड़ा
मौसम की बेरुखी से गेहूं की फसल पर संकट के बादल मंडराने लग पड़े हैं। बारिश न होने और लगातार तापमान चढ़ने से गेहूं की फसल समय से पहले ही सूखने लग गई है जिससे किसानों की चिंताएं लगातार बढ़ती ही जा रही है। आलम यह है कि तापमान में हो रही बढ़ोतरी के कारण नदी-नाले भी सूखने लग पड़े हैं। ऐसे में किसान अपनी गेहूं की फसल की सिंचाई करें भी तो कैसे।
उपमंडल नूरपुर के तहत आते अनेक क्षेत्रों के किसानों महेंद्र, रमेश, उमेश, रवि, सुधीर, जगपाल ने बताया कि पिछले काफी लंबे समय से बारिश नहीं हुई है और तापमान भी लगातार बढ़ता ही जा रहा है। ऐसे में गेहूं की फसल समय से पहले ही सूखने लग गई है। कहा कि खेतों में नमी न होने के कारण गेहूं के दाने भी सिकुड़ कर रह गए हैं।
किसानों की मानें तो बढ़ती महंगाई के दौर में महंगी दरों पर खरीद कर बोया गया बीज, खाद और भूमि की जुताई पर किया गया भारी भरकम खर्च भी किसानों के हाथ लगने वाला नहीं है। किसानों की मानें तो अगर आगामी दिनों में भी ऐसा ही रहा तो मई में होने वाली गेहूं की कटाई अप्रैल माह में ही शुरु करनी पड़ेगी।