HNN/कल्पा
हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने रविवार को कल्पा स्थित बालिका आश्रम का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने छात्राओं से बातचीत कर उनका हालचाल जाना और उनकी समस्याओं को सुना। मुख्यमंत्री ने आश्रम की सभी बालिकाओं के लिए दिवाली उपहार के रूप में 25-25 हजार रुपये देने की घोषणा की और उन्हें ट्रैक सूट भेंट किए।
मुख्यमंत्री ने बताया कि हिमाचल प्रदेश देश का पहला राज्य है जिसने अनाथ बच्चों को ‘चिल्ड्रन ऑफ द स्टेट’ का दर्जा देने और उनके कल्याण के लिए विशेष कानून बनाया है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार 12वीं कक्षा के बाद पढ़ाई जारी रखने वाली बालिकाओं को हर महीने 4 हजार रुपये की वित्तीय सहायता प्रदान करेगी और उनकी पढ़ाई की पूरी फीस भी वहन करेगी । उन्होंने यह भी बताया कि इन बालिकाओं को साल में एक बार तीन स्टार होटल में घूमने का अवसर मिलेगा।
मुख्यमंत्री सुक्खू ने कहा कि उनकी सरकार का उद्देश्य अनाथ और विशेष रूप से सक्षम बच्चों का समग्र विकास करना है। उन्होंने उपायुक्त किन्नौर को आश्रम का नियमित औचक निरीक्षण करने के निर्देश दिए ताकि बच्चों की समस्याओं का समय पर समाधान हो सके। मुख्यमंत्री ने बालिकाओं से मेहनत और दृढ़ता के साथ अपने जीवन में सफलता प्राप्त करने की प्रेरणा दी।
इस दौरे के बाद, मुख्यमंत्री ने कल्पा के प्रसिद्ध बौद्ध मंदिर में शीश नवाया और अपने धार्मिक आस्था का परिचय दिया। इसके बाद, वे कल्पा के रोघी सुसाइड प्वाइंट पहुंचे, जहां उन्होंने अपनी बेटी के साथ फोटो भी खिंचवाई । इस अवसर पर जनजातीय विकास मंत्री जगत सिंह नेगी, उपायुक्त अमित कुमार शर्मा और अन्य प्रमुख अधिकारी भी उपस्थित रहे। कार्यक्रम के दौरान छात्राओं ने अपनी कला और प्रतिभा का प्रदर्शन समूह गान, एकल गान और भाषण के माध्यम से किया।