HNN/ शिमला
हिमाचल विधानसभा के बजट सत्र के सातवें दिन आज जनमंच को बंद करने के पंचायती राज मंत्री अनिरुद्ध सिह के बयान पर खूब हंगामा हुआ। सदन में दोनों ओर से नारेबाजी शुरू हुई और विपक्ष वैल में आकर नारेबाजी करने लगा। हंगामे के बीच विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप पठानिया ने सदन की कार्यवाही 12:30 तक स्थगित कर दी। 12.34 पर फिर सदन की कार्यवाही शुरू हुई। पंचायती राज मंत्री अनिरुद्ध सिह सुक्खू सरकार जनता की समस्याएं सुनने के लिए अपनी योजना चलाएगी।
जनता की समस्याओं को सुनने व उनको हल करने के लिए सरकार नया मंच लाएगी। पूर्व जयराम सरकार के कार्यकाल में 5 करोड़, 34 लाख खर्च तो किए गए पर मात्र 43,000 शिकायतों का निपटारा हो पाया। राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी ने कहा कि पूर्व सरकार ने 2 करोड़ रुपए अधिकारियों के लंच पर खर्च किए, जिससे यह लंच-मंच बन गया। वे खुद इस जनमंच के भुक्तभोगी है।
जब उन्होंने इस मंच के माध्यम से समस्या को उठाया तो उन पर 506 का मुकदमा दर्ज किया गया। इस पर नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि हमने योजना चलाई थी कि हिमाचल के दूर-दराज के लोगों को अपनी समस्याओं और शिकायतों को लेकर शहर न आना पड़े। अधिकारी उनके क्षेत्र में जाकर उनकी समस्याओं को सुनेंगे। लोगों की सुविधा के लिए इस योजना को शुरू किया गया था।
उन्होंने सीएम से कहा कि वह इस पर पुनर्विचार करें। पाइपें, नलके सब बंद हैं। जनमंच का एक आयोजन करें, तब मालूम होगा कि इसका मतलब क्या है। मंत्री, अधिकारी मौके पर समस्या का समाधान करते थे। कैबिनेट मंत्री जगत सिंह नेगी ने कहा कि जनमंच, लंच मन था। सदन में इस पर हंगामा हुआ। जगत सिंह नेगी ने कहा कि मैं जनमंच का भुक्तभोगी हूं। मैंने जनमंच में एक मामला उठाया।