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फेरी लगाने वाले बुजुर्ग को आया हार्ट अटैक, मेडिकल टीम ने सीपीआर देकर बचाई जान

Ankita | 13 मई 2024 at 7:32 pm

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फार्मेसी अधिकारी राजेश ठाकुर और पैरामेडिक्स यश पोजटा ने दिया प्राथमिक उपचार

HNN/नाहन

जिला सिरमौर के गिरिपार क्षेत्र के पनाेग में मेडिकल टीम ने एक बुजुर्ग की जान समय रहते बचा ली। बुजुर्ग को तुरंत सीपीआर देकर हार्ट अटैक का खतरा टाल दिया। जानकारी के मुताबिक, पिछले 15 साल से उत्तरप्रदेश के शामली का बिंदा हसन यहां कपड़ों की फेरी लगाकर जीवन यापन कर रहा है।

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गत शनिवार शाम पनोग में बस से उतरते ही अचानक दिल का दौरा पड़ गया। इसके बाद स्थानीय लोगों ने बेसुध हालत में सड़क से उठाकर उसके कमरे तक पहुंचाया और तुरंत चिकित्सा विभाग पनोग को इसकी सूचना दी। इसके बाद ड्यूटी में तैनात फार्मेसी अधिकारी राजेश ठाकुर अपने सहयोगी स्वास्थ्य कर्मी यश पोजटा के साथ बिना समय गवाएं मौके पर पहुंचे।

मरीज के लक्षण पहचानने और हार्ट अटैक का आभास होते ही उसे सीपीआर देना शुरू किया और यह प्रक्रिया तब तक चालू रखी, जब हार्ट अटैक से जूझ रहा व्यक्ति होश में नहीं आ गया। विभाग की टीम ने हार्ट अटैक में दी जाने वाली आपातकालीन दवाइयां भी तुरंत उसे दी। लिहाजा, वक्त पर प्राथमिक उपचार मिलने की वजह हार्ट अटैक आने का खतरा टल गया।

बुजुर्ग के साथ परिवार का कोई सदस्य न होने की वजह से मेडिकल विभाग के फार्मेसी अधिकारी राजेश ठाकुर और पैरामेडिक्स यश पोजटा ने मानवता की मिसाल पेश कर अपने पैसों से गाड़ी का इंतजाम कर मरीज को बड़े अस्पताल पहुंचाने का बीड़ा उठाया।

उन्होंने बुजुर्ग के परिजनों से संपर्क कर दिल्ली के गोविंद वल्लभभाई पंत अस्पताल में भर्ती करवाया, जहां ई सी जी और अन्य जरूरी जांच करने पर हृदय विशेषज्ञों ने पाया कि मरीज को असल में हार्ट अटैक आया था।

विशेषज्ञों ने सराहना करते हुए कहा कि मौके पर प्राथमिक उपचार मिलने की वजह से मरीज की जान खतरे से बाहर है और अगर समय रहते प्राथमिक उपचार नहीं मिलता तो उक्त व्यक्ति की मौत हो सकती थी, क्योंकि हृदय जांच में पाया गया कि उक्त व्यक्ति को उस समय दो बार आवर्ती हृदय आघात हुआ था।

आयुष स्वास्थ्य एवं कल्याण केंद्र पनोग में तैनात फार्मेसी अधिकारी राजेश ठाकुर ने बताया कि बेहोश होने की स्थिति में दिल का दौरा पड़ने पर सीपीआर यानी कार्डियोपल्मोनरी रिससिटेशन और अन्य प्राथमिक उपचार देने पर बिंदा हसन की तरह अन्य मरीजों की जान भी बचाई जा सकती है।

बशर्तें प्राथमिक उपचार किसी मेडिकल प्रशिक्षक द्वारा दिया गया हो। उन्होंने पूर्व प्रधान जगत शर्मा, दवा कारोबारी यश पोजटा, डीआर पोजटा, वेद प्रकाश शर्मा, कल्याण संगटा, बिट्टू शर्मा सहित सभी स्थानीय लोगों का सहयोग के लिए आभार जताया।

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