प्रसिद्ध शक्तिपीठ माँ चिंतपूर्णी में कोविड नियमों के साथ आयोजित होगा श्रावण अष्टमी मेले का आयोजन

भजन-कीर्तन, सत्संग, भागवत तथा अन्य धार्मिक आयोजनों पर रहेगा प्रतिबंध

HNN / ऊना

प्रसिद्ध शक्तिपीठ मां चिंतपूर्णी में श्रावण अष्टमी मेले का आयोजन मानक संचालन प्रक्रिया के तहत तथा कोविड-19 के नियमों का पालन करते हुए 9 से 16 अगस्त 2021 तक किया जाएगा। मेले के सफल आयोजन को लेकर मंदिर आयुक्त एवं उपायुक्त ऊना राघव शर्मा की अध्यक्षता में चिंतपूर्णी सदन के सभागार में बैठक का आयोजन किया गया। बैठक के दौरान डीसी ने कहा कि कोरोना वायरस अभी पूरी तरह से खत्म नहीं हुआ है तथा अभी भी महामारी की तीसरी लहर आने की आशंका जताई जा रही है।

ऐसे में श्रावण अष्टमी मेले के दौरान मंदिर आने वाले श्रद्धालुओं को कोविड नियमों का पालन करना होगा। उन्होंने कहा कि श्रावण अष्टमी नवरात्र मेले के दृष्टिगत जिला प्रशासन ने कोविड-19 एसओपी जारी कर दी है। उन्होंने कहा कि मेले के दौरान भजन-कीर्तन, सत्संग, भागवत तथा अन्य धार्मिक आयोजनों पर प्रतिबंध रहेगा। नवरात्र मेले के दौरान श्रद्धालुओं को चलते हुए ही दर्शन करने की अनुमति रहेगी। उन्होंने बताया कि श्रद्धालुओं को धर्मशाला में केवल 50 प्रतिशत क्षमता के साथ ही ठहरने की अनुमति रहेगी।

श्रद्धालुओं को दर्शन पर्ची लेने के साथ-साथ कोविड-19 की स्क्रीनिंग भी करवानी होगी। भीड़ के दृष्टिगत चिंतपूर्णी क्षेत्र में अस्थाई दुकानें नहीं खुल सकेगी तथा केवल सूखा प्रसाद ही चढ़ाया जा सकेगा। श्रद्धालुओं को मंदिर में बैठने, खड़े होने तथा इंतजार करने की अनुमति नहीं होगी। उन्होंने बताया कि श्रदालुओं को मंदिर परिसर में झंडा ले जाने की अनुमति नहीं होगी, केवल मंदिर अधिकारी द्वारा चिन्हित स्थान पर ही झंडा चढ़ाया जा सकता है। मंदिर के अंदर श्रद्धालुओं का मूर्तियों, घंटियों इत्यादि को छूने पर मनाही रहेगी। डीसी ने बताया कि बीएमओ द्वारा आइसोलेशन कक्ष बनाया जाएगा।

सार्वजनिक शौचालय नियमित अंतराल पर सेनिटाइज होंगे। निर्धारित सामाजिक दूरी बनाए रखने के लिए निशान बनाए जाएंगे। डीसी ने कहा कि दुकानदार मास्क नहीं तो सेवा नहीं, हाथों को धोना, सामाजिक दूरी जैसी हिदायतों की अनुपालना करेंगे। सफाई कर्मचारी समय-समय पर पर परिसर के आस-पास कीटाणुनाशक रसायन के माध्यम से सैनिटाइजेशन सुनिश्चित करेंगे। उन्होंने कहा कि श्रद्धालु अपनी गाड़ियों की पार्किग हेतु नए बस स्टैंड और चिंतपूर्णी सदन के समीप पार्किंग स्थानों का उपयोग कर सकते हैं।

मेले के दौरान श्रद्धालुओं को चिकित्सा सुविधा मुहैया करवाने के लिए विभिन्न स्थानों पर एलोपैथिक तथा आयुर्वैदिक कैंप स्थापित किए जाएंगे, जो 24 घंटे सेवाएं प्रदान करेंगे। किसी भी आपदा अथवा आग इत्यादि की घटना से निपटने के लिए अग्निशमन वाहन भी तैनात रहेंगें। उन्होंने बैठक के दौरान सभी विभागीय अधिकारियों से मेले के सफल आयोजन के लिए अपना हरसंभव सहयोग प्रदान करने की अपील भी की।


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