HNN/ कांगड़ा
प्रधान सचिव, राजस्व ओंकार शर्मा ने कांगड़ा जिला के सभी राजस्व अधिकारियों को निर्देश दिये हैं कि लंबित विभिन्न राजस्व मामलों को जल्द निपटाया जाए, ताकि लोगों को किसी कठिनाई का सामना न करना पड़े। उपायुक्त कार्यालय के सभागार में प्रधान सचिव ओंकार शर्मा ने कांगड़ा जिला में राजस्व विभाग की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए कहा कि रोजमर्रा के जीवन में राजस्व मामले महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। तकसीम, इन्तकाल, निशानदेही इत्यादि के सम्बन्ध में लोगों को प्रतिदिन राजस्व अधिकारियों से मिलना पड़ता है।
इसीलिए राजस्व अधिकारियों को निर्देश दिये गये हैं कि आम आदमी को इनसे सम्बन्धित विषयों में जल्द राहत प्रदान करने के प्रयास किए जाने चाहिए। उन्होंने कहा कि अधिकारियों को भूमि से सम्बन्धित विषयों को सप्ताहवार एवं दैनिक आधार पर निपटाने का प्रयास करना चाहिए। उन्होंने कहा कि उपमंडलाधिकारी सम्बन्धित उपमंडल में हर माह अधीनस्थ अधिकारियों व कर्मचारियों के साथ बैठक करें ताकि लम्बित मामलों को शीघ्रता से निपटाया जा सके। उन्होंने कहा कि राजस्व विभाग आम आदमी से सीधे तौर पर जुड़ा है और अधिकारियों को राजस्व कार्यों को प्राथमिकता देते हुए निर्धारित लक्ष्यों को समयबद्ध तरीके से पूरा करना चाहिए ताकि लोगों को अपने राजस्व से सम्बन्धित मामलो में त्वरित न्याय मिल सके।
उन्होंने कहा कि इससे जहां अधिकारियों की कार्यकुशलता बढ़ेगी, वहीं कार्यप्रणाली में पारदर्शिता आएगी। राजस्व अधिकारी राजस्व मामलों को निरंतरता के साथ निपटाने में व्यक्तिगत रूप से गंभीरतापूर्वक प्रयास करें। प्रधान सचिव ने कहा कि जमाबंदी के मामलों का निपटारा जून माह तक पूर्ण किया जाए इसकी समीक्षा के लिए जुलाई माह में एक बैठक भी आयोजित की जाएगी। प्रधान सचिव ने कहा कि कांगड़ा जिला में पटवारियों तथा कानूनगो के रिक्त पदों को भरा जा चुका है।
उन्होंने कहा कि जिन स्थानों पर नायब तहसीलदार नहीं हैं वहां का अतिरिक्त प्रभार तहसीलदारों को दिया जाए तथा जहां पर तहसीलदार नहीं है वहां पर नायब तहसीलदारों को अतिरिक्त प्रभार सौंपा जाए ताकि लोगों को किसी भी तरह की दिक्कत नहीं हो। उन्होंने कहा कि कांगड़ा जिला में जहां पर जरूरत है वहां पर मिनी सचिवालय, कानूनगो सदन तथा पटवार भवन के निर्माण के लिए सूची तैयार करने के निर्देश भी दिए गए हैं ताकि चरणबद्व तरीके से निर्माण आरंभ किया जा सके।