HNN / मंडी
आईआईटी मंडी के दसवें दीक्षांत समारोह में 462 होनहारों ने डिग्रियां हासिल कीं। डिग्री पाने वालों में 348 छात्र और 114 छात्राएं शामिल रहीं। इस सत्र में संस्थान ने 64 पीएचडी डिग्री प्रदान की, जो एक शैक्षणिक वर्ष में आईआईटी मंडी के लिए अब तक की सर्वाधिक संख्या है। एमएस में 29, एमटैक में 76, एमएससी में 95, एमए में 10, बीटेक में 188 डिग्रियां प्रदान की गई। इसमें ओडीशा के रहने वाले सौम्य रंजक नायक को स्वर्ण पदक के साथ अचीवमेंट अवार्ड मिला।
तो वहीं राष्ट्रपति पदक बीटेक कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग में दिल्ली निवासी पीयूष गोयल को मिला। इतना ही नहीं निदेशक स्वर्ण पदक राजस्थान के भूमन्यु गोयल को दिया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि एरिजोना विश्वविद्यालय यूएसए के प्रो. स्टुअर्ट आर. हैमरॉफ रहे। इस दौरान गोल्ड मेडलिस्ट सौम्या रंजन नायक ने कहा कि प्लेसमेंट के लिए अभी आईआईटी मंडी को और प्रयास की जरूरत है।
यहां अधिक से अधिक और बड़ी कंपनियां आनी चाहिए। वह ओडिशा से संबंध रखते हैं। अभी वह प्रतिमाह एनपीएस कंपनी बंगलूरू में 25 लाख रुपये कमा रहे हैं। भुमन्यू गोयल ने कहा कि मेहनत और लगन से ही मंजिल पाई जा सकती है। आईआईटी मंडी में तमाम सुविधाएं हैं। बंगलूरू में वह 45 लाख रुपये के मासिक पैकेज पर हैं। वह राजस्थान जयपुर के रहने वाले हैं।