नदियों के किनारे कई जगह उपजाऊ भूमि पर डाल दिए कई फुट गहरे गड्ढे
HNN / पांवटा साहिब
पांवटा साहिब में खनन माफिया नियमों को ताक पर रखकर नदियों का सीना छलनी कर रहा है। यमुना गिरी व बाता नदी समेत अन्य नदियों में खनन माफिया दिनदहाड़े खनन कर रहा है। नदियों के किनारे उपजाऊ भूमि पर भी कई फुट गड्ढे कर अवैध सामग्री निकाली जा रही है। इन सब के बावजूद प्रशासन की ओर से खनन माफिया पर कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है।
यही वजह है कि खनन माफिया के हौसले बुलंद हैं और जमकर चांदी कूट रहे हैं। कायदे से तो यहां प्रशासन ने 3 दर्जन से ज्यादा विभागों को अवैध खनन रोकने की शक्तियां प्रदान की हैं। लेकिन धरातल में कोई भी अधिकारी इन पर कार्रवाई से पल्ला झाड रहा है। नदियों के किनारे कई जगह जेसीबी से अवैध सामग्री निकाली जा रही है।
उधर, लोगो का कहना है कि नदियों का सीना छलनी हो रहा है लेकिन अधिकारियों के अलावा कोई पर्यावरण प्रेमी भी इनकी तरफ आवाज नहीं उठा रहा है। उन्होंने प्रशासन से यहां अवैध खनन करने वालों पर कार्रवाई की मांग की है।
बाता , यमुना, मानपुर देवडा में टूट रहे नियम
बता दें कि अवैध खनन को रोकने के लिए कोर्ट ने भी प्रशासन को सख्त आदेश दिए हैं। इसके बावजूद यहां बाता, यमुना नदी और मानपुर देवडा में खनन माफिया सरेआम नियमों को ताक पर रखकर खनन कर रहा है। इससे जहां उपजाऊ भूमि बंजर हो रही है वहीं, नदियां भी गहरी होती जा रही हैं। बाता नदी पर मैनकाइंड फार्मा पुल के पास खनन माफिया की जेसीबी दिनदहाड़े लूट के इरादों को अंजाम देती है। लेकिन हैरानी की बात यह है कि यह सब प्रशासन के अधिकारियों को नजर नहीं आता।
कर्मचारियों और अधिकारियों पर उठ रहे सवाल
पावंटा साहिब के कई क्षेत्रों में हो रहे अवैध खनन के बाद अब कर्मचारियों और अधिकारियों पर भी मिलीभगत के सवाल उठने शुरू हो गए हैं। कुछ लोगों ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि यहां सब कुछ अधिकारियों और कर्मचारियों की मिलीभगत के चलते ही हो रहा है। जैसे ही मुद्दा उठता है अधिकारी कार्रवाई करते हैँ लेकिन बाद में फिर से माफिया सक्रिय हो जाता है।