झूठ बोलकर बुलाया था पांवटा साहिब-दयानंद भारती
HNN/ नाहन
पांवटा साहिब में पिछले कुछ दिनों से चल रहे गऊ सदन अनशन को प्रदेश के एकमात्र महामंडलेश्वर के द्वारा राजनीतिक षड्यंत्र करार दे दिया गया है। महामंडलेश्वर श्री पंच जूना अखाड़ा दयानंद भारती ने चल रहे इस अनशन पर बड़े सवाल दागे हैं। उनका कहना है कि प्रदेश की जय राम सरकार गौ संरक्षण पर बहुत कार्य कर रही है। उन्होंने यह भी कहा कि सरकार के द्वारा गौ सदन आयोग भी बनाया गया है। दयानंद भारती का कहना है कि विश्व हिंदू संगठन जिसके वह प्रदेश अध्यक्ष भी हैं उनके द्वारा गौ संरक्षण पर पिछले 50 वर्षों से संघर्ष किए जा रहे हैं।
उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा कि एक ही दिन में सुधार संभव नहीं होते हैं। महामंडलेश्वर ने कहा कि ऐसे कथित गौ माता के नाम पर अनशन के माध्यम से राजनीति करने वालों से सतर्क और सावधान रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि गौ आंदोलन के नाम पर निजी हितों को साधा जा रहा है। यही नहीं विपक्ष के साथ मिलकर गांव के नाम पर राजनीतिक षड्यंत्र बनाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि एक ओर तो सरकार के द्वारा पांवटा साहिब में शरद महोत्सव किया जा रहा है तो वहीं दूसरी तरफ कथित अनशन के नाम पर महामंडलेश्वर को बुलाकर अपवाद खड़ा किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि इस तरह की हरकतों के बाज आए अन्यथा विश्व हिंदू संगठन को सख्त कार्रवाई पर उतरना होगा। उन्होंने यह भी कहा कि पांवटा साहिब का गौ सेवा सदन निजी सदन है। इस सदन की सभी गाय दूध देने वाली हैं। उन्होंने सवाल खड़े करते हुए कहा कि इन गाय का दूध कहा जाता है और दूध बेचकर पैसा किसकी जेब में जाता है।
उन्होंने कहा कि पांवटा साहिब अनशन पर बैठे कथित आंदोलनकारियों ने उन्हें बहला-फुसलाकर बुलाया था। महामंडलेश्वर ने यह भी कहा कि उनके हर कार्य को और हर मांग को निश्चित रूप से सरकार के समक्ष रखा जाएगा। बावजूद इसके उन्होंने महामंडलेश्वर के आश्वासन को दरकिनार करते हुए आंदोलन जारी रखा। उन्होंने कहा कि इससे स्पष्ट हो जाता है कि यह केवल निजी हितों को साधने के लिए अनशन किया जा रहा है। महामंडलेश्वर ने प्रशासन से आग्रह करते हुए कहा कि गौ हित के नाम पर राजनीति करने वाले लोगों से सख्ती से निपटा जाए।
उन्होंने यह भी कहा कि अगर कहीं गौधन का अपमान हो रहा है या उन्हें बेसहारा छोड़ा जा रहा है तो यह गलत है। मगर उन्होंने यह भी कहा कि अब हर गाय को टैग लगाए गए हैं। ऐसे में यदि गाय को बेसहारा छोड़ा जाता है तो टैग के नंबर के आधार पर हमें शिकायत दें। निश्चित ही उन पर कड़ी कार्यवाही की जाएगी। उन्होंने कहा कि यदि पांवटा साहिब में कथित अनशन को समाप्त नहीं किया गया तो सरकार से कड़ी कार्यवाही की मांग की जाएगी।