HNN/ पांवटा
पांवटा साहिब के राम लीला मैदान में गौ रक्षक के लिए आमरण अनशन पर बैठे सचिन ओबरॉय से मिलने बुधवार को ऊर्जा मंत्री पहुंचे। इस दौरान ऊर्जा मंत्री को सचिन ओबरॉय ने गौशाला की समस्या के बारे में अवगत करवाया। उन्होंने कहा कि पांवटा सहित नाहन गौशाला की बेहद दयनीय स्थिति है। रोजाना सड़कों पर आवारा पशु घूमते हुए दिखाई देते हैं जिससे हर वक्त दुर्घटना का अंदेशा बना रहता है।
उन्होंने बताया कि प्रशासन द्वारा उन्हें आश्वासन दिया गया था कि यहां गौशाला खोली जाएगी परंतु यह वायदा खोखला निकला। उन्होंने बताया कि गायों के गोबर की लकड़ी बनाई जानी चाहिए तथा गोबर के उबले दाह संस्कार के लिए उपयोग किये जाने चाहिए ताकि पेड़-पौधे भी कटने से बचे। इस दौरान सचिन ओबरॉय द्वारा ऊर्जा मंत्री को एक ज्ञापन भी सौंपा गया।
तो वहीँ, ऊर्जा मंत्री ने कहा कि वह हिंदू धर्म में आस्था रखने के साथ-साथ गौ माता के उद्धार के लिए हर जरूरी कार्य करने की कोशिश करेंगे। उन्होंने बताया कि आवारा पशुओं को सड़क पर बेसहारा छोड़ने वाले लोगों के खिलाफ कड़े कानून बनाए जाएंगे और उन पर जुर्माना भी लगाया जाएगा। बता दें कि पांवटा साहिब में गौरक्षक सचिन ओबरॉय मंगलवार से गौ संरक्षण हेतु अनशन पर बैठे है।
वह 19 दिन पहले भी अनशन पर बैठे थे। उस समय प्रशासन द्वारा उन्हें आश्वासन दिया गया था कि यहां गौशाला खोली जाएगी। लेकिन प्रशासन द्वारा उन्हें झूठे वादे किए गए। ऐसे में अब वह एक बार फिर अनशन पर बैठ गए।