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नाहन में बिक रही अब बासी मिठाइयां, विभाग की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान

Published ByPARUL Date Nov 2, 2024

दीपावली से 10 दिन पहले ही बनाई मिठाइयां भाई दूज में भाइयों को करेगी बीमार

HNN/नाहन

जिला मुख्यालय नाहन में अधिकतर मिठाई विक्रेताओं की दुकानों से अभी तक बासी मिठाइयां नहीं हटाई गई हैं। त्योहारों के सीजन को लेकर भारी मात्रा में बनाई गई मिठाइयां अभी तक काउंटर में ही सजी हुई है। वही भाई दूज का त्यौहार जहां रविवार को मनाया जाना है वहीं बहने भी इस पशोपेश में है की ताजी मिठाई की पहचान कैसे की जाए। बता दे की भाई दूज के दिन जहां भाई बहन के घर मिठाई का डिब्बा लेकर जाते हैं तो वहीं बहने भी घर आए भाई को उपहार और मिठाई का डिब्बा देती हैं। बासी मिठाइयों के चलते भाई दूज का पर्व जहरीला व बीमार पर्व बनने की तैयारी में है।

हैरानी तो इस बात की है कि खाद्य सुरक्षा विभाग के अधिकारी भी दिवाली के बाद गायब नजर आ रहे हैं। जबकि दिवाली से पहले और दिवाली तक खाद्य सुरक्षा विभाग के अधिकारी ताबा- तोड़ निरीक्षण कर रहे थे। दिवाली के बाद जहां अभी भी मुख्य पर्व शेष बचे हुए हैं वहीं विभाग भी पूरी तरह निष्क्रिय हो गया है। बासी हो चुकी मिठाइयों को लेकर उनकी सेल्फ लाइफ का क्या पैरामीटर होगा इसको लेकर किसी भी तरह की जानकारी अथवा सूचना उपभोक्ताओं को नहीं मिली है। ऐसे में विभाग की कार्यप्रणाली पर भी प्रश्न चिन्ह लगा शुरू हो गया है।

खेद का विषय तो यह है कि खाद्य सुरक्षा विभाग के एक बड़े अधिकारी जो सोलन में बैठते हैं तथा जिला सिरमौर का कार्यभार देख रही फूड निरीक्षक के टेलीफोन नंबर भी पिछले दो-तीन दिनों से बिजी मोड पर लगे हुए हैं। विभाग के अधिकारियों से कई बार संपर्क करने की कोशिश की गई मगर हर बार उनका फोन बिजी मोड पर ही नजर आया। वहीं शहर के प्रबुद्ध लोगों में शामिल अनिल कुमार राजेश सोलंकी सुभाष राजेश ठाकुर निर्मला चौहान आदि का कहना है कि दिल्ली गेट के आसपास मिठाई की दुकानों से ली गई मिठाई में फंगस और मक्खियों पाई गई। उन्होंने बताया कि जब इस बाबत उन्होंने खाद्य सुरक्षा विभाग से शिकायत करने को लेकर संपर्क करने की कोशिश की तो किसी भी अधिकारी का फोन नहीं लग पाया।


यहां बताना जरूरी है कि छेना मिठाई की शेल्फ लाइफ केवल 2 दिन होती है जबकि मावा बर्फी की शेल्फ लाइफ 3 से 4 दिन होती है। ऐसे में दिवाली की बची हुई मिठाईयां की क्या हालत होगी इसका अंदाजा खुद लगाया जा सकता है।
उधर सहायक आयुक्त फूड सेफ्टी विभाग अतुल कायस्थ व फूड इंस्पेक्टर प्रियंका के मोबाइल नंबर पर कई बार संपर्क किया गया मगर दोनों के फोन बिजी रहे।

फोन बदल कर दूसरे नंबर से बात की गई तो सहायक आयुक्त फूड एंड सेफ्टी विभाग अतुल कास्त फ़ोन उठाकर बात करते हुए कहा कि अगर बासी मिठाइयां बिक रही हैं तो निश्चित रूप से कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।

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