HNN/ शिमला
समाज का एक बड़ा तबका युवा वर्ग नशे का आदी हो रहा है। नशे का असर अब छोटे शहरों व कस्बों में तेजी से दिखलाई देने लगा हैं। युवा चिट्टा, गांजा, चरस व अन्य मादक पदार्थों को तेजी से उपयोग कर अपना जीवन बर्बाद कर रहे है। युवा पीढ़ी के नशे की जद में आने के बाद से अपराधों में भी इजाफा हो रहा है।
युवा नशे की लत को पूरा करने के लिए चोरी, डकैती, लूटपाट आदि वारदातों को अंजाम दे रहे है। बता दें कि प्रदेश में पुलिस प्रशासन द्वारा नशे के खात्मे के लिए विशेष अभियान चलाया गया है। प्रदेश में आए दिन नशा तस्कर पुलिस के हत्थे चढ रहे हैं। प्रदेश भर में हर माह तकरीबन 100 से ज्यादा मामले नशा तस्करी के सामने आ रहे हैं।
इस दौरान औसतन हर माह 130 मामले दर्ज किए जा रहे हैं। इस वर्ष सितंबर माह तक प्रदेश में एनडीपीएस की धाराओं के तहत 1170 मामले दर्ज किए जा चुके हैं। एनडीपीएस की धाराओं के तहत सबसे अधिक शिमला में 191, कुल्लू में 172, मंडी में 155, कांगड़ा में 136 और बिलासपुर में 100 मामले दर्ज किए गए हैं।
जिला ऊना में 93, सोलन में 90, सिरमौर में 55, चंबा में 54 और जिला हमीरपुर में 50 मामले एनडीपीएस के तहत दर्ज हुए हैं। प्रदेश के अन्य जिलों में दर्ज मामलों की संख्या 50 से कम है, तो जिला लाहुल-स्पीति में सिर्फ दो मामले दर्ज हुए हैं।